________________ स्त्रीचरित्र ..... चौपाई. श्यामसरोज दाससम सुन्दर। प्रभुभुज करि करसम दशकंधर // सो भुजकंठ कि तब असि घोरा। सुनु शठ अस प्रमाण प्रण मोरा // - पुत्रऔर कन्याकी समानता. मनुस्मृति (धर्मशास्त्र ) में पुत्र और कन्या बराबा मानने योग्य लिखे है, . - अध्याय 8 श्लोक 130 में देखोः मू०-यथैवात्मा तथा पुत्रः पुत्रेण दुः हिता समा॥ तस्यामात्मनि तिष्टन्त्यां कथ सन्यो धनं हरेत् // 45 // . अर्थ-आत्मा का स्थानी पुत्र है अर्थात् जो आत्मा है सो पुत्र है, और पुत्र के समान पुत्री है, अर्थात् उसीके अंगोसे उप्तन्न होनेके कारणा कन्याभी पुत्रके समानही P.P. Ac Gunrakasur M.S: Gun Aaradhak Trust