________________ भाषाटीकासहित. .. 213 स्वीकार न किया, क्योंकि शरणागतकी रक्षा न करना धर्म और न्यायके विरुद्ध हैं, सरदार नैपालने कह ला भेजा कि हम आप उसकी सावधानी रक्खेंगे, अंग्रेजोंको रानीसे कुछभी भय न करना चाहिये, अन्तमें रानीने अपने मनमें सन्तोष कर लिया, और अंग्रेजी राज्य पंजाव भरमें स्वतंत्र होगया, अंग्रेजोको रानीसे कुछभो भय नहीं रहा, पंजाबमें रानी चन्दाहो सब इतिहासोंमें प्रसिद्ध है, इति / -- आगे झांसीकी रानी लक्ष्मीबाईका वृत्तांत लिखते हैं.. - लक्ष्मीबाई. लक्ष्मीवाई बुंदेले राजा गंगाधररावकी रानी थी, जो विक्रमीय सम्वत् 1909 में एक लैपालक पुत्रको छोडकर मृत्युको प्राप्त हुये, उस समय अंगरेजो राज्यका वह गवर्नर जनरल था, जिसका यह विचार था, कि, सारे भारत वर्षमें केवल एक अंग्रेजीही डंका बजना चाहिये, यह निर्वल छोटे छोटे राज्य रखनेसे कुछ काम नहीं, परंतु P.P.AC.Gunratnasuri M.S. Jun Gun Aaradhak Trust