________________ भाषाटीकासहित. विधवाओंकासा आचरण करना प्रारंभ किया, श्वेत ! वस्त्र धारण करती दुई, वाईने एक मालाके सिवाय सब आभूषणोंको परित्याग करदिया, इन्द्रियोंके सुख निमित्त सब सामग्री उपस्थित थी, परंतु बाईने संसारिक सर्व विषयोंसे अपने मनको हटा लिया, अहल्याबाई अपने मनको रोककर नियमधर्मसे पुराणादिकोंका पाठ करती थी, मल्हाररावकी मृत्यु हुये पीछे अहल्याका पुत्र मालीराव गद्दीपर विठाया गया, परन्तु वह गद्दी बैठनेसे एक वर्षके भीतरही मृत्युको प्राप्त हुआ, मच्छाबाईका विवाह दूसरे कुलमें हुआ था, इस कारण अहल्याबाई गद्दीकी अधिकारिणी हुई..... - मल्हाररावके मुख्य मंत्री गंगाधर जसवन्तने विचार किया और सम्मतिप्रकाश की कि अहल्याबाई अपने कुलमेंसे किसोको गोद लेकर गद्दीपर विठा दे, परंतु इस बातको अहल्याबाई स्वीकार नहीं किया, आपही राज्यका भार उठाया, तब गंगाधरने बाईको गद्दी न बैठने देने पर बहुत कुछ उपाय किये परंतु कोई उपाय .Gunratnasuri M.S. Gun Aaradhak Trust