________________ स्त्रीचरित्र धन्य हैं कि जिनका नाम सहस्त्रों वर्ष पर्यन्त विद्यमान रहेगा, इति // संयोगता. (पद्मिनी). मू-कान्यकुब्जे नृपश्चैको राजन् राठूर वंशजः। जयचन्द्रस्समाख्यातो भूभुः जां शिरसो मणिः॥१॥पञ्च पञ्च सहस्राणि यस्य द्वार्षु चतुर्षु च // उद्यतास्त्राणि तिष्ठन्ति सैन्यान्येव महर्निशम् // 2 // यः स्याज्ञा वर्तिनो भूपा नानोपायनपाणयः / नित्यमायान्तियान्तिस्य विनयावनता नृप // 3 // नरी नृत्त्यन्तियद्गृहे सिद्धयोह्यणिमादयः।वरीवर्तिसवै नित्यं लोकपालस मो भुवि // 4 // दानी मानी धनाध्यक्षा जयचन्द्रः स एव हि // चक्रवर्ती महच्चका चक्रयुद्ध परायणः॥५॥ यस्य हारि महा Jun Gun Aaradhak Trust unratnasuri M.S.