________________ भाषाटीकासहितः सामने ही सब कुछ कर दिखाऊंगी, चाहे तुम मुझको सात कोठरियोंके अन्दर क्यों न बन्द करदो; इस कारण स्त्रियोंकी चौकसी करना वृथा है. सुनार कहने लगा कि, वे पुरुष नामई होते हैं जिनको स्त्रियां व्यभिचार करती हैं। चतुर मनुष्योंकी स्त्रियोंकी क्या समर्थ जो किसीसे आंख मिलासकें. यह सुन चमेली बोली कि, जो मैं चतुर होती तो तुमको अपना चरित्र करदिखाती. सुनार बोला कि ठीक है, तू देखनेमें तो भोली भाली जान पडती है परन्तु हम जानते हैं, कि कुछ तू चर्चल है. चमेलीने कहा, कि रे मूर्ख ! तू मुझको इस बन्धनसे छुडादे, नहीं तो तेरेही सामने तेरेही हाथसे सब कुछ करदिखाऊंगी. सुनारने कहा कि अच्छा देखें अब तू क्या करदिखाती है. हमतो तेरा कभी विश्वास नहीं करेंगे, और न तुझको कभी इस बन्धनसे छुडावेंगे. यह सुनकर च. मेली चुप हो रही और मन में कहने लगी कि देवू तू कितना चतुर है और कितनी चौकसी कर जानताहै. " इसबातको जब छै महीना बीत गये, तब एक दिन वह P.P. Ac. Gunratnasuri.M.S. Jun Gun Aaradhak Trust