________________ 188 स्त्रीचरित्र. यह घोडा अनमोल असल जानवर है. कुछ भाड शिर / खोले पट उघाडे. पायजामेंसे पेडू बाहार निकाले हुये। चांद और सिनापर हाथ फेरते हुये कुचल घोडाकी चाल - चलते हुये आफैं, आफै, आफैं, यह घोडा यह घोडा. बडी तारिफों गुलाब खाता, गुलकन्द हगता, महुवे खाता शराब मूतता. घोडा क्या पूरा कारखाना है. __सब भांडोंकी तरफसे एक भांडं कमर बांध गोटेदार दुपलड़ी टोपी ओढ अपना बायन लिखानेके लिगे - आगे बढा मुँहब जाकर अगडबम्-महाराज लिखिये. शैर-परदार तोउड़ते हैं बे परका खुदा हाफ़िज़॥ जरदारका सौदा है बेजरका खुदा हा मेरा नाम चट्कीला, बापका नाम सट्कीला, जोरूका नाम मकीला, कोम आनिरुद्धके मिसिर घर वैकुंठ, पेसा तीरथ करना, उमर अट्टाईस कम चालीस वरसकी, चाहे इसमें दोएक कमती बढती कर दीजिये क्योंकि हमकोई लालालोग नहीं जो कौडी कौडीका - Jun Gun Aaradhak Trust. P.P.AC.Gurmatnasu M.S..