________________ - - -- स्त्रीचरित्र. दो मनुष्य लडते हुये सुनपडे, फिर एक मनुष्य हमारे घरमें घुसकर इस कोठरीमें चला गया. पीछेसे यह पागल आकर हमसे बोला कि, हमारे इस साथी को अपने घरसे निकालदे जो तेरे घरमें आके छिपाहै, नहीं तो यह कटार तेरे पेटमें घुसादूंगा, और जान निकाल डालूंगा, इसको देखकर मैं घबडागई और तुह्मारे पुरोहितका लड़का जो हमसे वहीखाता मांगरहाथा वह भी इस पागलको देखकर डरगया और भाग कर दूसरी कोठरीमें जाघुसा. मेरा कलेजा मारे डरके अब तक कांप रहाहै. यह कहकर अपने यारको कोठरीसे निकाल दिया, वह सेठजीके आगे निकला चलागया. सेठानीने कहा उस पागलके डरसे यही आदमी भाग कर हमारे घरमें घुसपडाथा. तब सेठने कहा कि, वह ल. डका कहां है ? सेठानीजीने उसको बुलाया, बुलातेही वह कोठरीसे निकल आया, उससे सेठजी बोले, तुम हमारे पुरोहितके लडके हो और अच्छी तरह पढलिखकर बहुत दिनों पीछे ननीहालसे लौटकर आये हो, उचित P. P. Aci Gunratnasuri Jun Gun Aaradhak Trust