________________ CALCREC II एक गोला चड़ाया; इसही प्रकार वस्त्र-ध्वजा-माला-आजूषण नैवेद्य-श्रीफलादि नवपद महा| राजको चड़ाये, इसके उपरान्त' ज्ञानोपगरणमें-१ सूत्र 2 पुठ्ठा 3 विटांगणा 4 पाटी 5 पोथी 6 ठवणी 7 कवली नवकरवाली 9 रील 10 दस्तरी 11 कागज़ 12 दाउत 13 कलम 14 काम्बी 15 स्थापनाचार्यजी 16 मुहपत्तिये 17 झीलमिल 17 वासदेपके बटवे वगेरा तथा || दर्शनोपगरणमें-१ मोरपीछी 2 कलश 3 वालाकूची 4 अंगलुहना 5 केशर 6 कस्तूरी 7 चन्दन | 8 बरास 9 धूपदान 10 आरीसा 11 आरति 12 मंगलदीवा वगेरा प्रजु पूजाके सर्व उपगरण Fil एवं चारित्र उपगरणमें 1 रजोहरण 2 मुहपत्ति 3 कम्बल 4 वस्त्र 5 पात्र 6 पूंजनी 7 गुच्छकादि | || मुनिके चौदह उपगरण तथा 1 आसन 2 मुहपत्ति 3 चरवला वगेरा श्रावकके धर्मोपगरणादि . अनेक वस्तुएं बहुत प्रमाणमें रख्वीं; कायदेसर हरेक वस्तु नव 2 अथवा पचीस 2 या इससे भी है || अधिक रखी जा सकती है, कम शक्तिवाले अख़ीर एक 2 वस्तुभी रख सकते हैं; महाराजा श्री. पालने महाविऋतिसे स्नात्र महोत्सव करके समस्त द्रव्य नवपद महाराजके सन्मुख चड़ाये; अष्ट LACEMESSAGARIBRAR %A AC.GunratnasuriM.S. Jun Gun Aaradhak