________________ शान्तिनाथ चरित्र D. Berseys इसके बाद राजाने एक तराजू मँगवाकर उसके एक पलड़े पर उस कबूतरको रखा और दूसरे पलड़े पर एक तेज़ छुरीसे अपने शरीरका Āाँस काट-काट कर रखने लगे। (पृष्ट 222) NARSINGH PRESS, CALOUTTA P.P. Ac. Gunratnasuri M.S. Jun Gun Aaradhak Trust