________________ श्रीयुत् कानराजजी हीराचंदजी महेता-मुथा विरामी (रानी मारवाड ) धर्मप्रेमी जेठमलजी और हिराचंदजी ये दोनों भाई विरामी (राजस्थान) में निवास करते थे. जिस में से श्री जेठमलजी श्री बरकाणा गोडवाड जन महासभा के सेक्रेटरी थे उन्होंने ये पद पर रहकर वर्षों तक सेवा की थी और सुयश उपार्जन कीया था. और श्री हिराचंदजी भी बडे भाई की तरह धर्म प्रेमी सज्जन है. श्री धर्मप्रेमी हिराचंदजी के वहां कानराजजी का जन्म वि. संवत 1987 के श्रावण कृष्ण 13 को विरामी ग्राम में हुआ. उन्होंने वरकाणा बोर्डिंग में प्रारंभिक शिक्षण प्राप्त कर जोधपुर के कुशलाश्रम में मेट्रिक तक अभ्यास किया, पश्चात् सेवाडी के प्रमुख श्रीमत शाह उम्मेदमलजी रीखबाजी राठोउ की सुपुत्री श्री सुखीबाई के साथ स. 2004 फाल्गुन वदी 5 को आपका शुभ महुर्त में लग्न हुआ. श्री कानराजजी एक अच्छे सेवाभावी उत्साही, धर्मप्रेमी, मातापिता के परमभक्त व विनयवान् , आज्ञाकारी नवयुवक थे. विराम नवयुवक समाज के सिरमौर सितारे थे. युवक समाज को अपनी इस विभूति पर बडा गर्व था. और इन के सहयोग से धर्म व समाज तथा ग्राम सेवा का . हरकार्य बडी सुगमता से वे करते थे. श्री कानराजजी बडे मिलन सार व बडी उदार प्रकृति के थे. हरएक को सुख पहुँचाना, कीसी को जरा भी कष्ट न पहुँचे इसका उनको बडा ध्यान रहता था. विरामी ग्रामनिवासी जनता को अपने इस होनहार युवक विभूति से बडी 2 आशाएँ थी, पर कहा है कि " जिसकी यहाँ चाह P.P. Ac. Gunratnasuri M.S. Jun Gun Aaradhak Trust