________________ H ushth P.P. Ac. Gunratnasuri M.S. न An arka Jun Gun Aaradhak Trust सिंहमंत्रीका जीव क्रमशः श्री विमला चल तीर्थ पर वावडीमें हंस हुआ, वह उस चरक सेवकके जीव-सर्प ने / हंस अपनी चोंचमें सुंदर सुंदर पुष्प आकर क्रोधसे उस- सिंहमंत्री को उस 1 लाकर श्री आदिनाथजीकी पूजाकरता था पृष्ट 103 पृष्ट 104 (मु. नि. वि. संयोजित. विक्रम चरित्र दूसरा भाग चित्र नं. 19-20) लिया। .