________________ NOT74 P.P. Ac. Gunratnasuri M.S. ARL . PROFESS Jun Gun Aaradhak Trust O सोमश्री को लेकर व्यन्तर का गुरु निश्रामें आगमन, ज्ञानी गुरुद्वारा श्रीदत्त और शंखदत्त का पूर्वभव कथन, श्री दत्तसे शंखदत्तका पुन: मिलन, परस्पर दोनोंकी क्षमा-याचना पृष्ट 80 म..चि....संयोजित.......बिक्रम चरित्र दसरा भाग चित्र नं. 15)