________________ % 3D ह्ययं // तथापि त्रपयैवाहं / न कुर्वाणोऽस्मि ते वचः // 31 // निशम्य तस्य वाक्यानि / म हासत्येति चिंतितं // इकिमान् यौवनोन्मादी / वयं नस्यति न ह्ययं // 32 // उक्तं चचरित्र यौवनं धनसंपत्तिः / प्रजुत्वमविवेकिता // एकैकमप्यनर्थाय / किं पुनर्मित्रिसंगमः // 3 // तथा च-दानानुसारिणी कीर्तिः / स्फुर्तिर्वित्तानुसारिणी // वयोऽनुसारिणी बुधिः / सिकिर्जाग्यानुसारिणी // 4 // कुशाग्रीयमतिर्दकः / प्रपन्नो दधिवाहनः॥ वर्तते यौवनातीतस्तस्य पाद्यं व्रजामि तत् // 5 // ज्ञातोदंतः स एतस्य / हर्षात्सन्मुखमेष्यति // पश्चादेषोऽपि तस्यांही। कुलीनो नमसिष्यति // 76 // विमृश्येति समुखाय / धर्मलानं प्रदाय सा // गता चंपापुरीलोकै-दृष्टा दृष्टचरा चिरात् // 7 // पद्मावती समायाते त्याचख्यौ कश्चित्सुकः // राजांतःपुरनारीणां / पुरतः परया मुदा // // निशम्यास्तोकशोकास्ता-श्चेतस्येतदचिंतयन् // हागतं खामिनो मानं / स्त्रीरत्नं चेत्तदागतं // ए // अथ राजांगणायातं / संयतीवेषधारिणीं // दृष्ट्वा पद्मावती सुस्थी-बभूवुर्जूपवबजाः // 70 // प्रणेमुस्तत्पदांजोजे / राझ्यो नतिजरान्विताः // सत्वरो नरनाथोऽपि / समायातस्तदंतिकं // 1 ॥प्रणम्या Jun Gun Aaradhak Trust ..R.P.AC. Gunratnasuri M.S.