________________ ना स्य / कृतं राज्यानिषेचनं // 3 // मातंगः वोचितं चक्के / मातंगस्याजिषेचन // सदृशाः || || सदृशेग्वेवः। रज्यंते नापरेषु यत् // 54 // अस्माभिः शुचिलिर्नास्य / मलिनस्य प्रवेशनं // चरित्रं | दास्यते सति सूर्ये किं / प्रवेष्टुं दमते तमः // 25 // एवमालोच्य भूदेवा / मिनाथस्य सं: मुखं // चंमान् दंमान् समुत्पाढ्यो-दतिष्टन् दुष्टचेतसः // 16 // श्व सेतु पयःपूर / तमःपूरंच सूखत् // समुजमिव मर्यादा / द्विजालिः सैन्यमस्खलत् // // अग्रगास्तस्य योधा हि / योध्धुमुखतवृत्तयः // चिर युयुधिरे साकं / रंगजंगकरैर्हिजैः // // ब्रह्माहत्याजया. केचि केचिन्नक्तरजावतः // साथ सर्वेऽपि सुजटा / उदासीना वाजवन् // 25 // वंशयष्टिः स्वकीया सा। देधिवाहनसूनुना। क्रोधेनोत्पाटयामासे / वीर्यावेशपटीयसा // 30 // तत्क्षणं तेजसा साजू-ज्ज्वालंती ज्वलनोपमाः // जयंकरा नलः पाति / विद्युइंगदंम्वत् // 3 // अनाहत्ता जयादेव / जूदेवा मीलितेक्षणाः // तां दृष्ट्वा मूर्छिताः पेतु-निर्जीवा श्व भूतले // 32 // एवं विधानपाकृत्य / जायमाने महोत्सवे // ढोलेषु वाद्यमानेषु / गाय|| मानासु गीतिषु // 33 // दीयमानेषु दानेषु / मालाहालादिवर्तितिः // सर्वैर्विलोक्यमानोऽसौ / PP.AC.Gunratnasuri M.S. Jun Gun Aaradhak Trust