________________ चरित्र 32 // 6 // जगवत्याह किं गर्भो / जवत्याः श्राविकोत्तमे // सुंदरोदरदर्यतः / केसरीव न ति: // ष्ठति // 7 // मम दीक्षां न दास्यति / गर्नेऽस्मिन् कथिते सति // पद्मावती विचिंत्येति। ग नों नास्तीत्यलाषत // 7 // चारित्रं महत्तरातः / सा समीहितदायकं // रोहणाचलभूमीत // -श्चिंतामणिवदग्रहीत् // ए॥ किंयत्सु दिवसेष्वस्या / गर्ने जाते महत्तमे // महत्तरापुरः प्रह्वा ।साखनावमचीकथंत् // 10 // प्रबन्नं रक्षिता काले / प्रनानासितदिक्तटं // अजीजनसुतं साथ / पूर्वा दिगिव जास्करं // 15 // दीपवद्दीप्यमानांगं / रूपवंतमनंगवत् // प्रेक्ष्य सा तनयं स्वीयं / निर्ममापि मुदं दधे // 12 // पितुर्नामांकिता मुद्रां / दिप्त्वा बालकरांगुलौ // श्मशाने सात्यजद्यना-द्रत्नकंबलवेष्टितं // 13 // बालोऽयं मा शृगालायै-रद्यतेऽयेतिचिंतया // हिंता तिरोहिता सास्था-नाग्यरेखेव रक्षिका // 14 // पतितं जात्यरत्न किं / ज्वलज्ज्वलन एष वा // प्रदीपः किमयं दीप्र-स्तारको वा दिवश्युतः // 15 // इत्याशंकाकु खः स्फार-नेत्रों बालांतिकागतः // श्मशानपालकोऽपश्य-जातमात्रं स्तनंधयं // 16 // दे॥ वतानां कुमारोऽयं / किं वा पातालवासिनां // अनिरुकः कुमारो यः। श्रूयते सोऽयमेव वा - P.P.AC.GunratnasuriM.S. Jun Gun Aaradhak Trus!