________________ चरित्रं प्रत्येक तौ च महीनर्तुः / पृष्टौ च सकलां कथां // उक्ते च गुणचंडेण / वृत्तांते विस्मितं जनैः // // // 1 // मीमांसमानौ वरशास्त्रतत्वं / दानं ददानौ यशसो निदानं // शाशंसमानौ कुलधर्मरत्नं / लक्ष्मीकृते तौ कुरुतःस्म यत्नं // 2 // अचिरेणापि कालेन / धनेन धनदोपमां // लेजाते राजमान्यौ च / संजातौ पूज्यपूजकौ // 73 // गुणश्रीगुणचंद्रस्य / नार्या गुणधरस्य च // जज्ञे गुणमतीनाम्नीं। शीलशोजाप्रजावती // 4 // सजायामुपविष्टेष्व-न्येयुर्गुणधरादिषु // अतर्कितः समायात-श्चारणश्रमणोंबरात् // 5 // ससंज्रमं समुत्थाया-सनं दत्वा निवेश्य तं // ववंदे नृपतिः सर्व-सजाजनयुतो मुनि // 6 // धर्मलानं प्रदायाह / मुनिर्धन्योऽसि भूपते // यस्य वासे वसंत्येते / नरा गुणधरादयः // 7 // मम पुष्टाहिदष्टस्य / नामिलिष्यदयं यदि // प्रवज्याराज्यमीहदं / नालप्स्येऽहं तदा खलु // 7 // स एव वायुवेगोऽहं / विद्याधरनरेश्वरः // गांधर्वगीतनगरे / प्राप्तो वैराग्यमाप्तवान् // जए // जीवितव्यं क्षणाद्याति। जीवस्य जलबिंदुवत् // यौवनं च तटध्वंसि-नदीपूरसहोदरं // ए // इंदिरेंदीवराक्यालि-मंदिरादि च जंगुरं // विमृश्येति सुतं राज्ये / संस्थाप्य व्रतमाददे // 1 // अन्य --PP.AC.Gunratnasuri M.S. Jun Gun Aaradhak Trust.