________________ TOPNBNBasudevsesearlease श्रीजयशंखरसूरिविरचितं श्रीनलदमयन्तीचरित्रम् AmeensnarseasevengeNTRIS છે. ગુજરાતી - તારે દમયંતી બોલી કે, હે આર્ય ઠીક થયું કે અંદર સિંહ છે, કેમકે તે ખરેખર મને દુ:ખથી મુક્ત કરશે. પછી પિંગલ તો संडनेने नासी मो. // 768 // :- तब दमयंती कहने लगी कि, "हे आय। यह अच्छा हुआ कि अंदर सिंह है, अब वह मुझे सचमुच दु:ख-मुक्त करेगा" फिर पिंगल तो उस सिंह को देखकर भाग गया // 768 // मराठी:- .तेव्हा दमयंती म्हणाली की, "हे आई। बरे झाले की मध्येच सिंह आहे खरोखर आता सिंह मला दुःखातून मुक्त करील." पिंगल तर त्या सिंहाला पाहून पळून गेला. 1768 // 96 English :-Damyanti says that she is glad that a lion has arrived to make he free from the bondages of dolours. Then Pingal who was overcome with fright took up to hisheels. भैमी तु तमुपासर्पनलो दृष्टा ससम्भ्रमम्॥ दध्यौ सिंहः कथं देवीं व्यापादयितुमुद्यतः॥७६९॥ अन्यय:- भैमी तु तम् उपासर्पत् नल: दृष्ट्रा ससम्भ्रमं दध्यौ / कथं सिंह: देवीं व्यापादयितुम् उद्यत: // 769 // विवरणम:- भीमस्यापत्यं स्त्री भैमी दमयन्ती तु तं सिंहम् उपासर्वत् / तद् दृष्ट्रा नल: सम्भ्रमेण सह यथा स्यात् तथा ससम्भ्रम वध्यौ व्यचिन्तयत् - कथं सिंह: देवीं भैमीम् व्यापादयितुं हन्तुमुद्यत: व्यवसितः॥७६९॥ सरलार्थ:- किन्तु दमवन्ती तं सिंहम् उपासर्पत् / तद दृष्ट्रा नल: व्यचिन्तयत्। कय सिंह: दमयन्तीं व्यापादयितुम् उयत: व्यवसितः // 769 // ગુજરાતી:- દમયંતી તો તે સિંહની સાથે ચાલવા લાગી, તે જોઈને નલ ભાઇ સહિત વિચારવા લાગ્યો કે, અરે! શું આ સિંહ દેવીને મારવાને તૈયાર થયો છે? I૭૬૯તા 飞听听听听听听听听听听听听听听听听听感