________________ OROSONIPARANPARANARRIANParaj श्रीनयशेखरसरिविरचितं श्रीनलदमयन्तीचरित्रम Nongreshatasangasandesprdasnased विवरणम्:- मन्त्री अमात्यः रोषण सह यथा स्यात् तथा सरोषं ब्रूते वदति आः।कुशीलवानांनटानांपांसन: कुशीलव पांसन: तत्सम्बुद्धौ हे कुशीलवपांसन नटापसमा तमपि त्वं क्षितिं पातीतिक्षितिप: तं क्षितिपं भूपं ब्रूषे वदसि / य: नल: पतिव्रतां तत्याज अत्यजत् // 742 // सरलार्थ:- मन्त्री सरोषम् अब्रवीत् - 2 नटापसदा व: पतिव्रतां तत्याज तमपि नलं त्वं क्षितिपं वदसि / / 742 / / ગુજરાતી:- (ત સાંભળી) કોય સહિત મંત્રી ઊઠીને કહેવા લાગ્યો કે, અરે! કશીલવ! જેણે પતિવ્રતા સ્ત્રીનો ત્યાગ કર્યો, તેને તું રાજ કહે છીu૭૪રા हिन्दी :- (ऐसा सुनकर) क्रोधसहित मंत्री उठ कर कहता है कि, "अरे। दुष्ट कुशीलव! जिसने पतिव्रता स्त्री का त्याग किया है, उसे तू राजा कह रहा है?"||७४२॥ मराठी :- (हे ऐक्न) मंत्री रागाने म्हणाला की, "अरे। दुष्ट कुशीलवा। ज्याने पतिव्रता स्त्रीचा त्याग केला आहे, त्याला त् राजा 'म्हणतोस?"1७४।। English:- At this the minister questioned the actor playing the role of Ghandar, angrily, as to how he can call a man as Nal, a king, who had the presence of mind to abandon a charte woman as Damyanti. राणाऽवदद्भव स्वस्थोऽमात्येदं ननु नाटकम्॥ आस्तेमात्योऽय सनीडं नलोऽथ क्षितिपं प्रति // 743 // राजा अवदत् * अमात्या स्वस्थ: भवा ननु इदं नाटकं वर्तते। अथ अमात्य: सव्रीडम् आस्ते। अथनल: क्षितिपं प्रतिबूते // 743 // अन्दय: CamarMINSmarARoRARSewasandrupama 703 DowBowsewaresmaranepurnbengSROIN Jun Gun Aaradhak Trust P.P.AC.Gunratnasuri M.S.