________________ . ORDPawarasveereparedaare श्रीजयशग्वरमूरिविरचितं श्रीनलदमयन्तीचरित्रम readevacensesedresdridavasgue ॐ हिन्दी :- "अरे,द्वारपाल! पात्र अब तक क्यो विलंब कर रहे हैं?" तब द्वारपाल ने उन पात्रों से कहा कि, "हे नटो। तुम शीघ्र नाटक प्रारम्भ करो। '701 // मराठी :- "अरे द्वारपाला सर्व नट अजून विलंब का करीत आहेत?" तेव्हा द्वारपाल सर्व नटांना म्हणाला हे नटहो। लवकर नाटकाला सुरुवात करा.11७०१|| English :- At this the door-keeper was questioned by the King, as to why is is lingering and demuring about. At this the doorkeeper asked the actors to start off their show. सूत्रधारः प्रविश्योचे नलान्वेषणनाटकम् // इतीऽभिनीयते देव द्रष्टुं सावहितो भव // 702 // अन्यय:- सूत्रधारः प्रविश्य ऊचे - देव! इत: नलान्वेषणनाटकम् अभिनीयते। द्रष्टुं सावहितो भव // 702 // विवरणम्:- सूत्रं धारयतीति सूत्रधारः प्रविश्य ऊचे बभाषे- देवा इत: नलस्य अन्वेषणं नलान्वेषणम् / नलान्वेषणस्य नाटकम अभिनीयते। अभिनीय वश्यते / द्रष्टुम् अवलोकयितुम् अवहितेन चित्तैकाग्रयेण सह वर्ततेऽसौ सावहित: एकाग्र: भव // 702 // सरलार्य:- सूत्रधारः प्रविश्व बभाष / देवा नलान्वेषणनाटकम् अभिनीव दयते / टुं सावधानो भव ||702|| ગુજરાતી:-તારે સૂત્રધારે પ્રવેશ કરીને કહ્યું કે, હે રાજનનલને શોધવારૂપનાટક ભજવાય છે, તે જોવા માટે તમો સાવધાન થશે. // 702 // हिन्दी :- तबसूत्रधार ने प्रवेश करके कहा कि, "हेराजन्। नाटक में 'नल की खोज' को दर्शाया गया है। हे देवा आप देखने के लिये सावधान तो हो जाइये // 702 // L . C OM Jun Gun Aaradhak Trust P.P.AC.Gunratnasuri M.S.'