________________ वसन्तश्रीशेखर इत्व विधां च स दत्तवान् / / उपर्युपरि लभ्यन्ते ऽनुकूले हि विधौ श्रियः / / 56 // अन्वय :- स: वसन्तीशेखरः इति अभिधां च दत्तवान् / विधी अनुकूले खि उपरि उपरि निक, लध्यन्ते // 56 // विवरणम:- स: कूबरनृपः तस्य वसन्तश्रीशेखरः इति एवं अभियां नामच पत्तवान् अयच्छजिकल सतिपिपार उपरि पुन: पुन: श्रिय: लदम्यः लभ्यन्ते प्राप्यन्ते // 561 // सरलार्य :- सः बस्नृपः तस्व वसन्तशेखरः इति अभिषाम् अयच्छत् / भाग्ये अजुक्ले सति (न: जश्रि प्राप्यन्ते // 561 / / ગુજરાતી - વળી તે ફૂબરે તેનું વસંતશ્રીશેખર નામ આપ્યું કેમ કે નસીબ અનુકૂળ હોય તો ઉપરાઉપર લાંબી પ્રાપ્ત થાય છે. // 561 // हिन्दी :- और उस कूबर ने उसको वसंतश्रीशेखर नाम दिया क्योंकि किस्मत अनुकूल हो तो लक्ष्मी पुन ज: प्राप्त होती है। // 561 // मराठी :- आणि त्या कबराने त्याचे वसंतश्रीशेखर.नांव ठेवले. कारण भाग्य अनुकूल असेल तर वरच्या // 561 // लक्ष्मी प्राप्त होते. English :- Then Kubar named him as Vasantshrishekar. If the Goddess of destiny is picass, then one can attain ample of wealth after reaching heights. P.P.AC.Gunratnasuri M.S. Jun Gun Aaradhak Trust