________________ ऊचे चन्द्रयशा: सार्द्र-लोचना नलवल्लभाम् / / वत्से! त्वं प्रथमं पुत्री। पश्चाच्चन्द्रवती तु मे // 523 // अन्वय:- साम्रलोचना चन्द्रयशा: नलवल्लभाम् ऊचे-वत्से मे त्वं प्रथम पुत्री चन्द्रवती तु पश्चात् // 523 // विवरणम:- आāण सहिते सार्दै / सार्दै लोचने यस्याः सा सालोचना साश्रुनयना चन्द्रयशा: नलस्य वल्लभा नलवल्लभा तां नलवल्लभां ऊचे-अवोचत् / हे वत्से। मे मम त्वं प्रथमम् मम पुत्री चन्द्रवती तु पश्चात् // 523 // सरलार्य :- साश्रुनयना चन्द्रवशा: नलवल्लभाम् अवदत्-हे वत्से। त्वं मम प्रथमं पुत्री असि चन्द्रवती तु पश्चात् भविष्यति // 523 / / ગુજરાતી:- પછી આંખોમાં આંસુ લાવીને ચંદ્રયશા રાણીએ દમયંતીને કહ્યું કે, હે વત્સ તુ મારી પહેલી પુત્રી છે અને આ મારી પુત્રી ચંદ્રવતી તો, તારા પછી છે. પ૨૩માં हिन्दी:- फिर आँखो में आंसुलाकर चंद्रयशारानीने दमयन्ती से कहा कि, हे वत्से। तुम मेरी पहली बेटी हो, और मेरी बेटी चंद्रवती तो तुम्हारे बाद है // 523 // मराठी:- नंतर अश्रृपुर्ण होळ्यांनी चंद्रवशा राणीने दमयंतीला म्हटले, "हे वत्से। प्रथम त् माझी मुलगी आहेस, आणि माझी मुलगी चंद्रवती तर, तुझ्यानंतर आहे." ||523 // HALLESTERESTEREST English:- At this the queen bought tears in her eyes and said that she makes her as her first and elder daughter and her younger daughter Chandravanti is the second one. P.P.AC.Gunratnasuri M.S. Jun Gun Aaradhak Trust