________________ Seararassulawsindias/SPANJश्रीजयशेखरसूरिविरचितं श्रीनलदमयन्तीचरित्रम् seasesemaroozawalouseutively EYEATREFEATUS सातु चन्द्रयशा देवी, पुष्पवत्याः सहोदरा।। . परं भैमीन जानाति, मम मातृष्यसेति ताम्॥५१६॥ अन्वय:- साचन्द्रयशा: तु पुष्पवत्याः सहोदरा अस्ति। परम् इयं मम मातृथ्वसा इति तां भैमीन जानाति // 51 // विवरण:- सा चन्द्रयशाहुपुष्पवत्याः समानं उदरं यस्याः सा सहोदरा भगिनी अस्ति। परं किन्तु इयं मम मातः स्वसा भगिनी मातृष्वसा इति तां श्रीमस्य अपत्यं स्त्री भैमी दमयन्तीनजानातिन बोधति // 516 // सरलार्य :- मा चन्द्रयशा: तु पुष्पवत्याः सहोदरा अस्ति। किन्तु इयं मम मातृभ्वसा इति तां दमयन्ती न जानाति // 16 // ગુજરાતી:- હવે તે સંતયશા રાણી પુષ્પવતીની સગી બહેન થાય છે, પરંતુ આ મારી માતાની બહેન (માસ) થાય છે, એમ દમયંતી જાગતી નથી. પ૧દા चन्द्रयशा राणी पुष्पवती की सगी बहन थी, लेकिन यह मेरी माता की बहन (मौसी) है यह दमयन्ती जानती नहीं थी . // 516 // मराठी:- चंद्रवशा राणी पुष्पवतीची सरुवी बहीण आहे, परंतु ही माझ्या आईची बहीण (मावशी) आहे हे दमयंतीला माहित नाही.. // 516 // English :- The queen Chandryasha was the younger sister of Pushpavati (the mother of Damyanti). But Damyanti did not know that this queen was her maternal aunt and her mother's real sister...