________________ INDORNSRPRISeede श्रीजयशेखरसूरिविरचितं श्रीनलदमयन्तीचरित्रम् SRRIANBARABASANTOSANSARASHTRA तवा तस्याश्च सव्योनि-र्जगृहे गोधया जले॥ अबला नि:सहायाश्चाभिभूयन्ते न केन वा॥५०९॥ विवरणम् :- तदा तस्मिन् समये तस्या: दमयन्त्या: सव्योंघ्रिः दक्षिणपाद: जले वाप्यांगोधया जलगोधया जगृहे अगृह्यत।न विद्यते बलं यासां ता: अबला:। निर्गतं सहायं याभ्यस्ता: नि:सहाया: च केन न अभिभूयन्ते पराभूयन्ते। नि:सहाया: अबला: सरलार्थ :- तदा दमयन्त्या: दक्षिणपाद: जले मकेरण अगृह्यत / अबला: निःसहायाश्च केन न अभिभ्यन्ते। सर्वेण अभिभ्यन्ते।।५०९।। ગુજરાતી:-તે વખતે તેણીનો જમણો પગ પાણીમાં રહેલા મગરે પકડી લીધો. કેમ કે અસહાય નિર્બલ સ્ત્રીઓનો કોણ પરાભવ કરતું નથી? 509 हिन्दी :- तब उसका दाँया पाँव पानी में मगरमच्छ ने पकड लिया। क्योंकि असहाय निर्बल स्त्रियों का कौन पराभव नहीं करता? // 509 // SEEEEEEEEEEEEEEEE मराठी :- तेव्हा तिचा उजवा पाय पाण्यातील मगराने पकडला. कारण असहाय निर्बल स्त्रियांचा पराभव कोण करीत नाही? // 509 / / English :- At that time an alligator caught hold of her right foot Everybody seems to take the advantage of helpless and lonesome women. PP.AC.Gunratnasuri M.S. Jun Gun Aaradhak Trust