________________ IS PRASARASHTRusalesed श्रीजयशेखरसूरिविरचितं श्रीनलदमयन्तीचरित्रम् SCASSwdeodissatisundardstee AFFFFFFFERESTER साथ सार्थेशमालापीयो नमस्कारपाठकः॥ स मे साधर्मिकस्ताता तत्तं दर्शय धार्मिकम् // 49 // . . अन्वय:- अथ सा सार्धेशम् आलापीत् य: नमस्कारपाठक: स: मे साधर्मिक: अस्तिा हे ताता तं धार्मिकं दर्शय // 49 // विवरणम् :- अथ सा दमयन्ती सार्थस्य ईश: सार्थेश: ते सार्थेशं धनदत्तम् आलापीत् अवदता य: पठति इति पाठकः, नमस्कारस्य नमस्कारमन्त्रस्य पाठक: नमस्कारपाठक: स: मे मम समानः धर्म: यस्य सः साधर्मिक: अस्तिाहेतात।तं धार्मिक पुरुष दर्शय // 49 // सरलार्य :- अथ सा दमयन्ती सार्वैशंपनदत्तम् आलापीत्-य: नमस्कारपाठकः सः मम सापर्मिकः अस्ति हे तात! त्वं तं पार्मिकं दर्शव ||491 // ગુજરાતી:- પછી દમયંતીએ સાર્થપતિને કહ્યું કે, આ નવકારમંત્રનો પાઠ કરનાર જે માણસ છે, ને મારો સાધર્મિક કહેવાય માટે તે તાતા તે સાધર્મિક માણસના મને દર્શન કરાવો.i૪૯૧ हिन्दी :- फिर दमयंतीने सार्थपति से कहा कि, इस नवकारमंत्र का पाठ करनेवाला जो आदमी है, वह मेरा साधर्मिक है, इसलिये हे तात! उस साधर्मिक आदमी का मुझे दर्शन करा दो॥४९॥ . मराठी:- नंतर ती दमयंती त्या सार्थपतीला म्हणाली की, या नवकारमंत्राचा पाठ करणारा जो माणूस आहे, तो माझा साथर्मिक आहे. म्हणून हे तात! त्या सापर्मिक मनुष्याचे मला दर्शन करवून या.॥४९१।। English - Then Damyanti addressing the chief as a father said to him that the man who is saying the Navkar Mantra is from her religion, so she says that she desires to meet him. XPORONSTARPRABODISTRI P.P.AC.Gunratnasuri M.S. Bीर Jun Gun Aaradhak Trust .