________________ ARMERSARAamarpasasarasad श्रीजयशेखरसूरिविरचितं श्रीनलदमयन्तीचरित्रम् carrupost 纸步步勇军军乎乎5555555 गर्भस्थितायां तस्यां च, दमिता दुर्दमा द्विषः॥ दमयन्तीति तन्नाम, जनकेन व्यधीयत॥१६॥ अन्वय:- तस्यां गर्मस्थितायां दुर्दमा विष: दमिताः / अत: तनाम जनकेन दमयन्ती इति व्यधीयत // 16 // विवरणम् - तस्यांकनकायां गर्भे स्थिता गर्भस्थिता तस्यां गर्भस्थितायां सत्यां यवा सा कन्यागमें आसीत् तवावु:खेनवम्यन्ते इति दुर्दमा: बमयितुमशक्या: अपि बिष: शत्रवः दमिता:। अत: तस्याः नाम तन्नाम जनकेन पित्रा दमयन्ती इति व्यषीयत अक्रियता // 16 // सरलार्य :- चदा दमयन्ती मातुनर्भऽतिष्ठत् तदा दमवितुमशक्या अपि शत्रवः पित्रा भीमरपेन दमिताः। अत: पित्रा तस्याः कन्यकावा: दमवन्ती इति नाम चक्रे // 16 // ગરી-૧ળીના ગર્ભમાં આવ્યા બાદ રાજઇતિઓને પરાજિત કર્યા, તેથી તેનું દમયંતી' નામ પાડ્યું. ll16I हिन्दी:- जब वह कन्या गर्भ में थी तब राजाने दुर्वात शत्रुओं को भी पराजित किया। इसलिए उस कन्या का नाम 'दमयंती' रखा . // 16 // मराठी :- जेव्हा ती कन्या गर्भात होती तेव्हां राजाने दुर्दात शत्रुवर सुखा विजय मिळविला. म्हणून तिचे नाव 'दमवंती' ठेवण्यात आले. // 16 // English :- When the child was still in the womb, her father had inherited some invisible strength, through which he was able to win over many of invinicible enemies. Due to which she was named Damyanti. P.P.AC.Gunratnasuri M.S. Jun Gun Aaradhak Trust