________________ HTET OROSrideviodt-sasarada ko श्रीनयशवरमारविरचितं श्रीनलदमयन्तीचरित्रम Aravenouseppreparsenarianding मराठी:- पूर्वी (नलराजाच्या) राज्याभिषेकाच्या वेळी दमयंतीच्या डोक्यावर (महाराणीप्रमाणे) पदबंध होता पण या वेळेस मार्गावर जखमी झालेल्या दमयंतीच्या दोन्ही पावावर पटबंध बांधण्यात आला. // 234 / / English :- When Damyanti had become a queen, a band was tied as a mark of becoming a queen. In the same way, Damyanti had to tie bands on her, feet due to continuous bleeding. %%%%%%%%%%%%%%% श्रान्तां भैमी तरुच्छायासीनां स्वेदं प्रमार्जयन् // व्यजनैरिव वस्त्रान्तै-नल: स्वयमवीजयत् // 235 // अन्वय :- श्रान्तां तरुच्छायासीनां भैमी नल: स्वयं स्वेदं प्रमार्जयन् व्यजनैः इव वस्त्रान्तैः अवीजयत् // 23 // विवरणम् :: श्रान्तां क्लान्तां भीमस्य अपत्यं स्त्री भैमी तां भैमी दमयन्तीं तरो: छाया तरुच्छाया तरुच्छायायाम आसीना उपविष्टा तरुच्छायासीना तां तरुच्छायासीनां नल: स्वयं स्वेदं प्रमाजर्यन् व्यजनैः इव वस्त्रस्य अन्ता: वस्त्रान्ताः तै: वस्त्रान्तै: वस्त्राथलैः अवीजयत् वायुना असान्वयत् // 23 // सरलार्य :- श्रान्तां तरुच्छावासीनां दमयन्ती नल: स्वयं प्रमार्जवन व्यजनै: इव वस्त्राथाले: अवीजयत् / / 235 // ગુજરાતી:- પછી થાકેલી એવી દમયંતીને વૃક્ષની છાયામાં બેસાડીને નલરાજ પોતે તેણીનો પસીનો લૂછતો, પંખારૂપ વસ્ત્રાના છેડા વડે તેણીને પવન નાખવા લાગ્યો. 235 हिन्दी :- फिर थकी हुई दमयंती को वृक्ष की छाया में बैठाकर नलराजा खुद उसका पसीना पोछते हुए पंख के समान वस्त्र के पल्ले से (दमयंती को) पवन करने लगे॥२३५॥ मराठी:- नंतर धकलेल्या दमयंतीला झाडाच्या सावलीत बसवून नलराजा स्वत: तिचा घाम पुसून पंख्याप्रमाणे वस्त्राच्या पदराने तिला वारा याल लागला. // 23 // .