________________ PRODHeagresentersneeleases श्रीजयशेखरसूरिविरचितं श्रीनलदमयन्तीचरित्रम् SRIRSTNEPARSHPRAPTAS हिन्दी :- उस मुनि ने कहा था कि पहले भव में मुनि को क्षीर का दान देने से जिसने पुण्य उपार्जना किया, वह नलराजा अर्ध भारत खंड का स्वामी बनेगा / / 208 // मराठी :- त्यां साप्ने सांगितले होते की, नलराजानें पूर्व जन्मात एका उत्तम सायला दूध दिले. त्यादानाच्या पुण्याने नलराजा अर्षभरतखंडाचा स्वामी होईल. // 208 / / English :- The priest had said that King Nal had become a King of the half of the Bharatschetra because he had done a meritable deed of giving a sweet dish made of milk, sugar and rice. अप सावष्टंभो महास्तंभं, यश्चैनं चालयिष्यति॥ स पतिर्भरतार्धस्यावश्यमेव भविष्यति // 209 // अन्वय :- सावष्टम्भ: य: एतं महास्तम्भं चालयिष्यति। स: अवश्यमेव भरतार्धपतिः भविष्यति // 20 // विवरणम् :- अवष्टम्भेनआवेशेन सह वर्ततेऽसौ सावष्टम्भः सावेश: य: एनं महान् चासौस्तम्भश्चमहास्तम्भः तंमहास्तम्भचालयिष्यति कम्पयिष्यति / सः अवश्यमेव निश्चितमेव भरतस्य अर्ध भरताधं तस्य भरतार्धस्य पति: स्वामी भविष्यति // 20 // सरलार्थ :- सादेश: य: एनं महास्तम्भं कम्पविष्यति सः अवश्यमेव भरतार्थस्वामी भविष्यति // 209 / / ગુજરાતી:- વળી આ મહાન સ્તંભને ઉખેડીને પાછો સ્થાપશે, તે ખરેખર જ અર્ધ ભરતખંડનો રાજા થશે. 209 हिन्दी :- जो इस महान स्तंभ को उखाडकर फिर उसकी स्थापना करेगा वह अर्ध भरतखंड का राजा जरुर बनेगा // 209 // मराठी :- बलसंपन्न असलेला जो कोणी हा स्तंभ हलवून पुन्हा स्थापन करील तो अर्पभरतखंडाचा स्वामी होईल. // 209 / / English :- The man being brave and gallant and who is able to uproot a great pillar and place it back in its place, is capable and will be a king of the half of the Bharatschetra. 她飞听听听听听听听听听听听听听听听听“微 प Fosts PRAcc