________________ OREGeoguyengueASHRISSARAJश्रीजयशेखरसूरिविरचितं श्रीनलवमयन्तीचरित्रम् WeedeodiseasesandasenaseeASNA TEEEEEEEFave सरलार्थ :- तदनन्तरं महातेजस्वी नल: दमयन्त्या सह रथम् आरुह्य अचलत् / तथाहि महान्तः सम्पदापदोः अचलसत्त्वाः भवन्ति // 189|| 4 ગુજરાતી:- પછી મહાન કાંતિવાળો નલરાજા દમયંતીની સાથે તે રથમાં બેસી ચાલતો થયો, કેમકે મહાન પુરુષો સંપદાસમ તેમ જ વિપત્તિસમયે પણ નિશ્ચલ પરામવાળા હોય છે 189o. 3 हिन्दी :- फिर महान कांतीवालाराजा रथ पर विराजमान होकर चल पडा, क्यों की महान पुरुष संपदासमय तथा विपत्तिसमय में भी निश्चल पराक्रमवाले होते है॥१८९॥ मराठी:- नंतर अत्यंत तेजस्वी नलराजा दमयन्तीसह रथात बसून निघाला कारण महापुरुष सम्पत्तीत व विपत्तीत आपलें सत्त्व ढल् देत नाही. 189 // English - Then this great valiant King accepted and sat on the chariot because great men do not brood during gay or difficult tunes. तदैकवसनां भैमी तामालोक्य पुरीजनः॥ चलन् कोपं ववर्षाश्रुधाराभिर्नव्यमेघवत् // 19 // अन्वय :- तदा एकवसनां तां भैमीम् आलोक्य चलन् पुरीजन; नव्यमेघवत् अश्रुधाराभि: कोपं ववर्ष // 19 // विवरणम् :- तदा एकं वसनं यस्याः सा: एकवसना तां एकवसनाम एकवस्त्रां भीमस्य अपत्यं स्त्री भैमी तां भैमी दमयन्तीम् आलोक्य निरीक्ष्य चलन् व्रजन पुर्याः जनः पुरीजन: नगरवासी जन: नव्यश्चासौ मेघश्व नव्यमेष: नव्यमेघेन तुल्यं नव्यमेघवत् अश्रूणां धारा: अश्रुधारा: ताभि: अश्रुधाराभिः कूबराय कोपं क्रोधं ववर्ष अवर्षत / नव्यमेषः यथा धाराभि: जलं वर्षति तथा पुरीजन: कूबराय अश्रुधाराभिः क्रोधं ववर्ष // 19 // सरलार्य :- तदा एकवनां दमयन्ती निरीक्षय चलन नगरवासी जन: नव्वमेघवत् अश्रुधाराभिः कबराव कोपं ववर्ष // 19 // P.P.AC.Gunratnasuri M.S. un Gun Aaradtak Tin