________________ Amravanarasparage श्रीजयशेखरसूरिविरचितं श्रीनलदमयन्तीचरित्रम् M agapugdARRRRRRRRE Or બાજરાની :- પછી એક દિવસ દેવોને જુગાર રમવામાં હોશીયાર છતાં પણ નલરાજ કુબરને જીતવામાં પહોંચી શક્યો નહીં.. // 16 // हिन्दी:- फिर एक दिन दैवयोग से जुआ खेलने में होशियार होने पर भी नलराजा कूबर को जीत नहीं सका // 161 // मराठी :- नंतर एक दिवस योगानुयोग जुगार खेळण्यात पटाईत असूनसुखा नलराजा कुबराला जिंक्शकला नाही. // 16 // English :- One day just by chance Kubar, turned out to be more brillant than Nal and defected him in the game of dice. पतितं चिन्तित: पाशैस्तज्ञस्यापि नलस्य न॥ बभूव कूबरस्यैव, वारंवारं जयः पुनः॥१६२॥ र अन्यय: सदास्यापि नलस्य चिन्तितः पाशै: न पतितम्। कबरस्य एव वारंपारं पुन: जय: बभूव // 12 // न विवरणम :- तत् जानाति इति तज्ज्ञः तस्य तज्ज्ञस्य अपि अक्षनिपुणस्यापि नलस्य चिन्तित: विचारितः पाशैःन पतितम् / कूबरस्य एवं वारंवारं पुन: पुन: जय: बभूव अभवत् // 12 // मरलार्य :- तज्ज्ञस्वापि नलस्व मनसि चिन्तितः पार्श: न पतितम्। बरस्व एव वारंवारं पुन: पुन: जवः अभवत् / / 142 // ગુજરાતી -ઘતવિઘામાં કુશલ એવા નલરાજના પાસા ચિંતવ્યા મુજબ પડ્યા નહીં, અને કુબરની જ વારંવાર જીત થવા માંડી. // 16 // हिन्दी :- घूतविद्या में कुशल ऐसे नलराजा के पासे मन के लायक पडे नहीं और कुबर की बार बार जीत होती रही // 12 // मराठी:- प्तवियेत प्रवीण असलेल्या नलराजाचे फासे त्याच्या मनाप्रमाणे पडले नाही आणि कुबरच पुन्हा पुन्हा जिंकु लागला. // 16 // P.P.AC.Gunratnasuri M.S. Jun Gun Aaradhak Trust