________________ जिशेखरसूरिविरचितं श्रीनलदमयन्तीचरित्रम् BHANSARASHARABARISROSAURAB तक नलराजानेकदंबराजा को कहा कि, इस कीडे जैसे (मनुष्यो को) मरवाने मारने से क्या लाभ है, इसलिए अपने दोनों के बीच ही द्वंद्वयुद्ध होना चाहिए॥१४६॥ वेदालालगंजा कर्दयामाला म्हणाला की, वा जीवांची हिंसा करून काय उपयोग? कारण आपल्या दोघांमध्येच वैर आहे, हनदीतिच द्वंदयुद्ध व्हावे. // 146 / / dish At this king Nal said to king kadam that why should there be a bloodshed among there people who seem to be like a multitode of worms. Therfore he says that why not wrestle together. NEPARTMENT बावन्यथा नरेंद्रौ तौ, संपरायपरायणौ // बोर्ड .जयश्रियं बाणान्, प्राहेष्टां करकानिव॥१४७॥ अन्यथ :- अथ सम्परायपरायणौ तौ द्वौ अपि नरेन्द्रौ जयश्रियं योढुं करकान् इव वाणान् प्राष्टाम् // 147 // विवरण:-अथ सम्पराये युळे परायणौ निष्णातौ सम्परायपरायणौ अथवा सम्परायः एव वरम् अयनं ययोः तौ सम्परायपरायणौ तौ मी अपि नराणाम् इतनी ज़रेन्द्रौ जयस्य श्री: जयश्री: तां जयश्रियं वोढुं परिणेतुं करकान् हिमखण्डान झ्व बाणान शरान प्राष्टिी प्राहिणुताम् // 17 // सरलार्थ अध युद्ध निष्णातौ तौ दी अपि नलकदम्बनरेन्द्री जयश्रियं परिणेतुं हिमस्खण्डान् इव बाणान् प्राहिणुताम् / / 147|| ગુજરાતી :- પછી તે બન્ને રાજાઓ યુદ્ધ માટે તત્પર થઇ જયલક્ષ્મીને વરવા માટે કરાઓની પેઠે બાણોનો વરસાદ વરસાવલા 488.0147 // ..." हिन्दी फिर दोनोराजा युद्ध के लिए तैयार हो कर जयलक्ष्मी को प्राप्त करने के लिए हिमखण्डकी भांति बाणों की वर्षा करने लगे परावा नंतर टोन्ही राजे वुदासाठी तयार झाले व विजयलक्ष्मी प्राप्त करण्याकरिता हिमरवण्डाप्रमाणे बाणांची वर्षा करू लागले. Englishthen both the king started to fight mutually to gain victory first with a shower of arrows on each other just as iciciles fall from the sky. P.P.AC. Ganratnasuri M.S. Jun Gun Aaradhak Trust