________________ GORNBeverlustoryers श्रीजयशेखरसूरिविरचितं श्रीनलदमयन्तीचरित्रम् IvaedasegusasurseasTRISRORMA REFLEELESEASE हिन्दी :- अंधकारने आंखो को पकडकर स्वाधीन किया था इस से (सब) सैन्य मूर्छित सा चल रहा था, इसे देखकर नलराजाने दमयंतीसे कहा कि, // 97|| मराठी :- डोळ्यांपुढे अंधकार पसरलेला असल्यामुळे सर्व सैन्य चाचपडत चाचपडत, स्खलनापावून पडत पहत जात आहे. असे पाहन नलराजा दमयन्तीस म्हणाला-||९७|| English :- It seemed that the eyes are at the mercy of the darkness. And it also seemed like a band of drunkard men walking along in darkness and falling or dashing against eachother after every obstacle. At this King Nal spoke to Damyanti. OFFEEEEEEEEE क्षणं जागर्यतां देवि, तमः सैन्यं विबाधते॥ त्वालतिलकेन.स्तु, रात्रावप्यरुणोदयः // 18 // अन्वय:- देवि ! क्षणं जागर्यताम् / तम: सैन्यं विबाधते। त्वद्भालतिलकेन रात्रौ अपि अरुणोदय: अस्तु // 98 // विवरणम् :-हे देवि। क्षणं किञ्चिद् समयं जागर्यता बुध्यताम् / तमः अन्धकारः सैन्यं विशेषण बांधते विवाघते। तव भाल: ललाट त्वद्भालः, त्वद्भालस्य तिलक: त्वद्भालतिलक: तेन, त्वद्भालतिलकेनरात्रौ निशायाम् अपिअरुणस्य उपय: अरुणोदय, अस्तु भवतु // 98 // सरलार्थ :- हे देवि। क्षणं जागर्यताम् / अन्धकारः सैन्यम् विबापते / तव भालतिलकेन रात्री अपि अरुणोदवः भवतु // 98 // ગુજરાતી:- હે દેવી! તમો ક્ષણવાર જાગો કેમકે અંધકાર સૈન્યને હેરાન કરે છે. તમારા લલાટમાં રહેલા તિલકવડે આ રાત્રિસમાવે सूर्यनो ५थाlne८ ETANA