________________ NROENERBABorder श्रीजयशेखरसूरिविरचितं श्रीनलदमयन्तीचरित्रम् SRegseverseasendreedEOMAA न मराठी:- तेव्हा अलौकिक महिमा असणारे दमयन्तीचे चरित्र पाहन ते राजे विचार करू लागले, की, या स्वयंवर मंडपातही माणसाचे रूप धारण केलेली कोणी तरी देवीच आहे कि काय. / / 81 // English :-When the king seen this uncommon miracle of the spotless character of Damyanti, he thought that this must be a Goddess present here in this swayamwar in the form of a human. seEEEEEEEEEEEEES निस्तेजितस्तत: कृष्ण - राजोऽप्येवमचिंतयत् // दमयंतीन सामान्या, ना सामान्यो नलोऽप्यसौ // 82 // आन्दय :- ततः निस्तेजित: कृष्णराज: अपि एवम् अचिन्तयत्-दमयन्ती सामान्या न / असौ नल: अपि सामान्य: न॥८॥ विवरण :- ततः तदनन्तरं निर्गतं तेज: यस्मात् सः निस्तेजा: निस्तेजाः कृतः निस्तेजित: तेजोहीनः कृतः कृष्णश्चासौ राजा क्ष कृष्णराज: अपि एवम् अचिन्तयत्-व्यचारयत - दमयन्ती सामान्या स्त्रीनकिन्तु विशेषा। असौनल: नृपः अपि सामान्य: नदृश्यते // 8 // सरलार्थ :- तत: तेजोहीनः कृष्णराज: अपि एवं व्यचारयत् दमयन्ती सामान्या नास्ति / असौ नलः अपि सामान्यः न वर्तते // 82 / / ગુજરાતી અર્થ:- પછી ઝંખવાણો પડેલો કુષણરાજ પણ વિચારવા લાગ્યો કે, દમયંતી સામાન્ય સ્ત્રી નથી, તેમ આનલરાજા પાસ સામાન્ય રાજ નથી. ૮રા हिन्दी:- तब निस्तेज सा कृष्णराज भी सोचने लगा कि यह दमयन्ती कोई मामुली स्त्री नहीं है और न ही यह नल भी कोइ सामान्य राजा है। / / 82 // मराठी :- तेव्हां तेजोहीन झालेला कृष्णराजाही विचार करू लागला की, ही दमयन्ती कोणी सामान्य स्त्री नाही व नलराजाही कोणी सामान्य पुरुष नाही. // 82 //