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________________ The King goes to the pleasure garden with the inmates of his harem, परिणिवि सुद्धसई कलहंसगई वियसियविडविणिहाणही। __गयउ सणे उरेण अंतेउरेण सहुँ गरबइ उज्जागहो / वकं // लीलालसमयगलगामिणिहि आहरण, लइयई कामिनिहिं / कुसुमावलिपरिमलपरिमलिया संल्लिहि कयकडियलमेहलिया। एऋई अलि केहि दिकविउ अण्णई कमलोवरि दक्खबिर / जलविममु इक णिएड पिय अण्णेक सणाहि णियंति थिय / अवरई गच्छंतु इंसु भणिउ महु गइविलासु पइँ कहिँ गुणित्र / अण्णेकपा मोरपिंछु धरिउ णं मयणवाणपत्तणु, फुरिउ / अप्रणेक चबइ लग्गेवि ण मुडे मायंदकुसुममंज़रिह सुर। अण्णकएँ णियस तविया कलयंठि लवंती वेहविया / अगणेहि पक्खपसरु करइ थलमाणु य पक्खिणि वजरइ। घचा-अरिवरसिरिहरहो पालियधरहो सरि जलकील करतहो / वालमुणालभुया सिरिवर्मेसुया चलिय पासि जा कंतहो // 1 // Prithvidevi dazzled by the splendour of her rival's entourage. पंथ पयाई ता तीन दिवाई। जयसिरिणिवासाई किंकरसहासाई। जिगिविगिजिगताई खग्गाई कुंताई। पहरणई फुरियाई . हयउलइँ तुरियाई। गयटई मंथरई दाणंबु णिज्झरई। ववलाई हरियाई छत्ताइँ धरिया। चिंबाई चलियाई चमराई घुलिया। मुवायलयूगई वनंति तूराई। कयमवयवाई विलयाण लक्खाई मिगारवंताई दळूण जंताई। चांनं गया सा वि भणिया सही का वि। पमा मिरी कम्म दणुयस्स मणुयस्स। लच्छीमहायस्म रायस्स णायस्स। 22. A also reads कामिणिहि. 2. CD वेल्लिहि. 3. E हं. 4. E पुत्तेण. 5. E लग्गे ण पट. 6. Eहि. 7. E कहि. 8. E घणमाणु. 9. ABE°म्मु. 21. AE गिभर P.P.AC. Gunratnasuri M.S. Jun Gun Aaradhak Trust
SR No.036460
Book TitleNag Kumar Charita
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPushpadant Mahakavi
PublisherBharatiya Gyanpith
Publication Year1972
Total Pages352
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size337 MB
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