________________ मलतुशारिविरचित मीनाकराजाचरितम् सुवंशजोऽप्यकृत्यानि कुरुते प्रेरित: स्त्रिया। स्नेहलं दधि मध्नाति पश्य मन्थानको न किम् // 51 // अन्वय:- स्त्रिया प्रेरित: सुवंशज: अपि अकृत्यानि कुरुते / पश्य स्त्रिया प्रेरित: सुवंशज: अपि मन्थानक: स्नेहलं दधिन मथ्नाति किम्?॥५१॥ विवरणम्:- स्त्रिया नार्या प्रेरित: नुन्न:शोभनश्चासौ वंशश्च सुवंशः। सुवंशे जायते इति सुवंशज: सुकुलजन्मा अपि कर्तुमयोग्यानि अकृत्यानि गाणि कार्याणि करोति पश्या स्त्रिया प्रेरित: शोभनश्चासौ वंश: वेणुःच सुवंश:। सुवंशात् जायतेऽसौ सुवंशज: सुवेणुजात: अपि मन्थानक: मन्थनदण्ड: स्नेहलं स्नेहयुक्तं दधिनमथ्नाति किम्? अर्थात् मथ्नात्येवा यथा सुवंशज: मन्थानक: स्नेहलं दधि मथ्नाति तथा स्त्रिया प्रेरित: सुवंशज: सुकुलज: अपि नरः अकृत्यानि कुरुते॥५४॥ IT सरलार्थ:- स्त्रिया प्रेरितः सुवंशजः सुकुलजः अपि नरः अकृत्यानि कुरुते। यथा सुवंशजः अपि सुवेणुजः मन्धनदण्डः स्नेहलं दथि मन्नाति // ગુજરાતી:- ઉચ્ચ કુળમાં જન્મ પામેલ પુરુષ પણ સ્ત્રી વડે ઘેરાયેલા નહીં આચરવા યોગ્ય અફસનું આચરણ કરે છે, કારણ કે સુવંશથી થયેલો - સારા વાંસથી બનેલો રવૈયો સી વડે ઘેરાયેલો હોવાથી સ્નેહવાળા ચિકાશદાર દહીંનું મંથન કરતો नधी? अर्थात छे.॥५१॥ * हिन्दी :- उच्चे कुल में जन्म पाया हुआ पुरुष भी स्त्री से प्रेरित होकर नहीं करने योग्य दुष्कृत्य का भी आचरण करता है। सुवंश में पैदा हुआ बांस से बना हुआ (रवैया) भी क्या स्त्री से प्रेरित होकर स्नेहयुक्त (चिकने) दही को मथता नहीं है? अर्थात अवश्य मथता है।।५१॥ मराठी:- उत्त्व कुळांमध्ये जन्माला आलेला मनुष्य सुबा स्त्रियांकडून प्रेरित होऊन न करण्यासारखे पुष्कळ से अकृत्य करतो. चांगल्या बांबुतून बनलेली रवि पण स्त्री ने प्रेरित होऊन स्नेहयुक्त (चिकट) दह्याचे मंधन करीत नाही काय? अर्थात अवश्य करते.॥५१॥ 73761 KARNA TANE P.P.AC.Gunratnasuri M.S. Jun Gun Aaradhak Trust