________________ धर्मः | नविह-मंगलतूरेसु पनरेसु // 3 // तो सवसंघसहिन / ठवणायरियं ठवेत्तु पडिमपुरो // देवे | का वंदर सूर / परिहरियनिरुवहयसुश्वबो // 4 // संतिसुयदेवयाणं / करे। जस्सग्गथुपयाणं च। सहिरनदाहिणकरो / सयलीकरणं तन कुजा // 5 // ते सुबोनयपका / दका खेयमुया विहि यरका // एहवणगरा नखिवंती / दिसासु सवासु सुघ्बलिं // 6 // तयणंतरं तु मुद्दिय-कलसचनक्केण ते एहवंति जिणं // पंचरयणोदएणं / कसायसलिलेण एहवयंति // 7 // चंदणजले ण कुंकुम-जलकुंनेहिं च तिबसलिलेण॥ सुष्कलसेहिं पड़ा। गुरुणा अभिमंतिपहिंतहा / / / एहाणाणं सवाणंवि / जलधारापुष्फध्यगंधाई // दायवमंतराले / जावंति कलसंपबावो. // 7 // एवं एहविए बिंबे / नाणकलाना समाचरेङ गुरू // तो सरससुयंघेणं / लिंपेगा चंदणदवेण // // 10 // कुसुमाई सुयंघाई। पारोवेत्ता ठवेक बिंबपुरो॥ नंदावत्तयपढें / पूएऊय. चारुदत्वेहिं / // 11 // चंदणछमुगडेणं / बजेणं गयए य तं पढें // अह पडिसरमारोवे / जिणविबे रिधिवि. धिजुयं // 12 // तो सरससुयंघाई / फलाई पुरन ठवेज्ज विबस्स // जंबीरवीजपूरा-श्याइं तो / देङ गंधाई // 13 // मुद्दामंतनासं / बिबे हमि कंकणनिवेसं // मंतेण धारणविहिं / करेज्ज / P.P.AC.Gunratnasuri M.S. Jun Gun Aaradhak Trust