________________ टीका 56 धर्मः | तव्यस्तद्यथा | निष्फनस्स य बिस्स / दिवसदसगस्स मनयारंमि // कायवा न पश्च। सा पुण तिविहा विणिदिठा // 1 // वत्तका खबु एका / खेत्तका वन्निया तहा अपरा // बन्ना य महको ह / ताण सरूवं श्मं होई // 2 // जो तिबवई जश्या / तश्या तबिंबगवणा पढमा // जसजाईणं सवेसिं / जाण बीया पत्ति // 3 // तश्या सत्तरिसमहिय-तिबवरसयस्स पुण पत्ति // जो जस्स जहा जावं / जणेश सा तस्स तह जुत्ता // 4 // थासायणदोसोवि हु / बिबहुन्नेन मऊ णाश्कल // संकेयवो जं तीए / संभवो जाव दोसो न // 5 // श्रावस्सयाश्चुन्निसु / वुत्तोवि हु विंबावणाविही / चरियाणुकित्तणाजे / न सेसपडिसेहगो सोवि // 6 // श्य जहसत्तीए गुरुं / लहुं व सेबुजवं मणिमयं वा // जिणवि कारितो / कल्लाणपरंपरं लहई // 9 // प्रतिष्टाविधिः पु. नरयं-घोसावे अमारि / स्ना संघस्स तह य वाहरणं / विनाणियसम्माणं / कुज्जा खेत्तस्स य विसुधि // 1 // तह य दिसिपालगवणं / तकिरियं गाणसंनिहाणं च // दुविहसुई पोसहिन। | चेईए उवेज्ज जिणवि // 2 // नवरं सुमुहुत्तमि / पुव्वुत्तरदिसिमुहं सनणपुवं / वङीतेसु च | 4 . PP.AC.Gunratnasuri M.S. Jun Gun Aaradhak Trust