________________ धर्मः | जय जय जिण तिजगुत्तम / जय जय तेलोकमंगलपच // जय जय सुरसयसंथुय / जय / जय तेलोकसिरिनिलय // 31 // जय जय गुणमणिरोहण / जय जय पणयाण सयलसुहजणय // जय जय तिषणबंधव / जय जय पह तियणाणंद / / 32 // तुह थोविधावि जत्तो / महलकल्याणकारणं होई॥ हो चिय बहुफलंयं / थोपि सुखेत्तगयवीयं // 33 // तुद दंपणे सा. मिय / मन पणघाइं असुहकम्माशं / / किं गरुडदंसणेण / नासंति न विसहरकुलाई // 34 // तु. | ह पूयामेत्तणवि / जीवा पावंति सयलरिछीन // अहवा सुयणंमि कयं / थोपि. अणंतगुणफल यं // 35 // दिठे तुमंमि संपश् / मणामह नाह विहलिन // मोहो किं न विलिङत / जहा | हिमाई रविकरपरकाई॥ 36 / / जो तुह ख्वं सामिय / पेति सिणिमंथरबीहिं / / ते पेबिङी. | ति श्ह / साणंदं तिहुयणसिरीए // 37 // पूश्कासि जेहिं तुमं / सुरहिवरकुसुमगंधमार्शहें // ते | सबबवि जयगुरु-वरपूयाजायणं होंति // 30 // भत्तिचरनिप्भरंगा / नमंति जे तुम्ह पायपन माई॥ ते सयलसुखरेदिवि / नाह नमिङति अणवरयं // 30 // जेएइंथणंति सामिय / गं. | नीरपयनविरश्यकएहिं // ते थुवंति सुरेहिंवि / उचमपयसठिया पुरिसा // 40 // ससिसंखछत्त. PP.AC.Gunratnasuri M.S. Jun Gun Aaradhak Trust