________________ धर्मः | प्रतिविद्याप्रदानेन / बलं च प्रगुणीकृतं // 3 // चंडशेखर पोऽपि / बहिरेव समागतः // कृता पर / स्परं मैत्री / सहैव पुरमागताः // 4 // चंद्रशेखरभूपेन / सूरश्री राज्यसंपदा // नानुप्रजकुमाराय / "| दत्ता प्रीतिपुरस्सरं // 5 // सूरेणापि कुमारस्य / दुहिता केरलानिधा // प्रार्थनापूर्वकं दत्वा / वि. स्तरेण विवाहिता // 6 // . अत्रांतरे समायाता / विद्युत्सेना ननश्चरी // चतस्रोऽपि समादाय / पंचमी मुक्तकंचुका // // 7 // नणितं च कुमारेण / युष्माकं क्षेम वर्तते // विद्युत्सेनाह सोगं / क्षेमाक्षेमं च वर्तते / / // 7 // मनःसमुद्रराकेंदु-रद्य त्वं येन वीक्षितः // महोदयसमारूढ-स्तेन नः क्षेम वर्तते // // विद्यामुक्तश्च त्राता स / कन्यकानां वधोद्यतः / / यन्मारितो मयाऽक्षेम / तेन नाथ निगद्यते // // 10 // प्रयोजनप्रियः प्रायो / जनोऽयं न जनप्रियः // पत्युः प्रयोजने येन / नग्न्या वाता नि. पातितः // 11 // जानुप्रभवचो लब्ध्वा / तया दत्तो जलांजलिः // गृहीतः कंचुकः पृष्टौ / पतित श्व सहोदरः // 12 // लतागृहे समूढानां / कन्यकानां चतसृणां // पितरो मिलितास्तत्र / सुरेण | सममागताः // 13 // दृष्टा दुहितरस्तागि-वृत्तांतः कथितो निजः // तेन सत्पातयोगेन / नन· | P.P.AC.Gunratnasuri M.S. Jun Gun Aaradhak Trust