________________ धम्मि- नंदिनी / / ए // तस्यां निद्रामुदितादयां / विसृष्टे ग्रामनेतरि // कात्यायिनी मनाक्सौम्य-मुखी | प्रोवाच धम्मिलः // ए३ // के युवां चलिते कस्मा–दकस्माइब्दितोऽस्मीति // शब्दितश्चेत्तदेषा किं / बाला व्यालायते मयि // ए४ // स्वबनावाथ सावादी–दात्सब्यविशदं वचः // आकर्णय 517 | सकर्ण त्व-मस्मचरितमादितः // 55 // अस्ति हस्तिहयवात-जातशोजमहापथं // पुरं सारश्रियां सीमा / श्रीमागधपुरं पुरं / / ए६ // तत्रारिदमनो नाम / नामयन्नरिजनुजः // गुजदंमात्तचक्रजपुत्री संध्याकाळे सर्वथी पहेलां निद्रावश थर. // ए // हवे तेणीनी आंखो निहाथी बीडाइ गयाबाद तथा ठाकोरना पण गयाबाद जरा शांत मुखवाळी ते तापसीने धम्मिले पूज्युं के, // 3 // तमो बन्ने कोण गे? शामाटे निकली छो? तथा मने शामाटे बचानक बोलाव्यो? अने जो बोलाव्यो तो पछी था कन्या माराप्रते सर्पनीपेठे शामाटे पाचरण करे ? // ए४ // त्यारे नि मल अंतःकरणवाळी ते तापसी स्नेहयुक्त वचन बोली के, हे चतुर! तुं अमारं वृत्तांत मूळथी सां. नळ? // 5 // हाथीघोमार्जना समुहथी थयेली शोभावाला राजमार्गवाद्यं तथा उत्तम लक्ष्मीनी सीमासरखं मागधपुर नामर्नु नगर . // ए६ // त्यां शत्रु राजा ने नमाडनारो तथा लुजदंडपर P.P.AC.Gunratnasuri M.S. Jun Gun Aaradhak Trust