________________ ENARSTIVARTA ABYEANIA SARAS 4. . ॥श्रीजिनाय नमः॥ // श्रीधम्मिलचरित्रं लाषांतरोपेतं .......... (तृतीयो नागः) उपावी प्रसिह करनार-पंडित श्रावक हीरालाल हंसराज (जामनगरवाल) वीरसंवत्-२४४०. विक्रमसंवत–१ए७१. सने-१९१४. किं. रु.-३-७-० ___ श्रीजैननास्करोदय प्रेस. जामनगर.. INN सोया anaa के बाण माविमान मंदिर की बहाचार अन आरावना Serving Jin Shasan 049535 avanmandin@kobatirth.org P.P.AC.Gunratnasuri M.S. Jun Gun Aaradhak Trust