________________ धम्मि- // इत्याकुदापि साऽचालीत / पश्चात्प्रहितलोचना // 14 // प्राप्य फुतप्रयाणैस्तो / पुरः सिंढपरं पुरं // जग्मतुः सिंहपस्य / सजा दाःस्थनिवेदिती / / 75 // जागिनेयों नरेंद्रोऽपि / कथंचिदुपल| दय तां // अंके निवेश्य चारोदी-तारोदारितहग्जलः / / 76 // इह स्थितौ स्वधाम्नीव / सुखिनो भ. 341) वतं युवां // इति तो नुजा प्रोक्तौ / बुजुजाते ययारुचि / / 99 // निशि ववनया साकं / श यितो वासवेश्मनि // निशीयमतिचक्राम / जाग्रदेव नृपांगजः // 70 // यामिकीमिव निद्राणां / परित्यज्य प्रियामसौ / / कथंचिनिय यो वाना-गारात्कारागृहादिव // 15 // प्राकारं विशुदुत्क्षेपचालवा लागी. // 14 // पजी तेन बन्ने नतावळी चालथी अगाडी सिंहपुर नगरमां जश्ने बारपाले खबर प्राप्यावाद सिंहराजानी सनामां गया. // 15 // त्यां राजा कोश्क प्रकारे तेणीने पो तानी भाणेजी जाणीने खोळामां बेसाडी यांखोमा घणां आंसु लावी रमवा लाग्यो / 76 // पो. जाना घरनोपेठे यहीं रहीने तमो सुख जोगवो? एवी रीते राजाए कह्याथी तेनए. बामुजब भोजन कर्य. / / 99 / / रात्रीए स्त्रीनीसाथे वासवनमा सुतेला ते गुणवर्मा कुमारे जागतांथकांज मध्यरात्री प्रसार करी. // 7 // . निद्रामां पडेली चोकीदार स्त्रीने जेम तेम कनकवतीने गेडीने P.P.AC.Gunratnasuri M.S. Jun Gun Aaradhak Trust