________________ 22 श्री चन्द्रराजर्षि चरित्र अचानक शत्रु के दूत के आ धमकने की बात रानी से सुन कर राजा क्रोध से भडक उठा। राजा की आँखें क्रोध से लाल-लाल हो गई। उसने सोचा, किस मूर्ख को असमय मरने की इच्छा हुई है कि वह मेरी आज्ञा के बिना ठेठ मेरे अंत:पुर तक पहुँच गया ? आगबबूला हुआ राजा शत्रु के आए हुए दूत को देखने के लिए चारों ओर देखने लगा। राजा को वह दूत कहीं भी दिखाई नहीं दिया। इसलिए उसने रानी चंद्रावती से पूछा, “यहाँ आया हुआ वह दूत कहाँ गया ? दिखाई क्यों नहीं देता ? कहीं छिप तो नहीं गया ? राजा ने बाहर द्वार पर खड़े प्रतिहारी को पुकारा। अंत:पुर का अंगरक्षक एकदम तलवार लेकर दौड़ता हुआ आया / राजा ने अंगरक्षक को आज्ञा दी, "देख, यहाँ कोई शत्रु का दूत आकर कहीं छिप कर बैठ गया है। उसे खोज कर पकड़ ले और मेरे सामने ला कर खडा कर !" थोडी देर तक हँसी-मजाक करने के बाद अवसर देख कर रानी चंद्रावत ने अपने पति से कहा, “यहाँ आप की आज्ञा के बिना पाँव रखने की किस में हिम्मत है ? लेकिन आपके बाल सँवारते समय मैंने जराराक्षसी के दूत का आगमन हुआ देखा, इसलिए मैंने आप से कहा था कि 'दशमन का दूत’ आया है, सावधान ! देखिए, यह है वह दूत। यह कह कर रानी ने राजा के सिर के बालों में से एक सफेद बाल तोड़ कर राजा को दिखाया। इस पर राजा हँस पड़ा और फिर गमगीन होकर गहरे चिंतन में डूब गया। राजा ने सोचा कि, “धन्य है हमारे वे पूर्वजों को जो जरा (बुढापे) के दूत के आने से पहले ही राजवैभव और विलास का त्याग कर मुक्ति के मंगल मार्ग पर चल निकले। लेकिन मैं ऐसा कुलांगार और विषयान्ध हूँ कि जराराक्षसी के आ पहुँचने पर भी अब तक मोहनिद्रा में खर्राटे भर रहा हूँ। यह मेरा, वह मेरा' करता हुआ मैं मर रहा हूँ। मेरी विषयांधता को धिक्कार हो! ____ जैसे धोबी मैले-कुचैले काले कपड़े को धोकर सफेद बना देता है, वैसे ही यह जरा सिर के काले बालों को सफेद कर के संकेत देती है कि 'हे मूर्ख मानव, अब कर्म के काजल से काली हुई तेरी आत्मा को तप संयम से धोकर उसे शुद्ध-बुद्ध-मुक्त-निरंजन-निराकार बना दे। जब तक तेरा शरीर स्वस्थ है, इंद्रियों की शक्ति क्षीण नहीं हुई है और जीवनसूर्य अस्त नहीं हुआ है, तभी तक अपनी आत्मा का कल्याण कर ले। तेरी आत्मा को भवबंधन से मुक्त कर ले। आग लगने पर कुआँ खोदने के लिए तैयार होना व्यर्थ है / अब भी अवसर तेरे हाथ है, बाजी तेरे हाथ है। यह राज्य और वैभव तो तुझे अंत में नरक के गहरे कुएं में फेंक देंगे। ऐसा राज्य और P.P. Ac. Gunratnasuri M.S. Jun Gun Aaradhak Trust