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________________ सिद्ध-सारस्वत (5) छात्र मित्र - मैं अपने सभी छात्रों को याद करता हूँ परन्तु कुछ ऐसे छात्र रहे हैं जिन्होंने मेरी बड़ी सेवा की है, कुछ नाम इस प्रकार हैं - डॉ. परमेश्वरदत्त शुक्ल, प्रो.मनुलता शर्मा, स्व.डॉ. रेणु कुमारी, प्रो. सदाशिव द्विवेदी, डॉ. विवेक पाण्डेय, डॉ. सन्तोष पाण्डेय, डॉ. पंकज कुमार 'ललित' आदि। (6) भोपाल के हितैषी - भोपाल में भी मेरे सहयोगी मित्र हैं - डॉ. सर्वज्ञ, श्री प्रमोद चौधरी, पद्मचन्द्र जैन, मुल्तानचंद जैन, महेन्द्र जैन, श्री अजय जोशी, श्री सुकुमाल जैन, श्री अरुण जैन, श्री सन्तोष जैन, श्री अनूप जैन, श्रीमती शशि जैन, श्री राजीव जैन, श्री चन्द्रसेन जैन आदि। मेरी अंतिम इच्छा होगी कि मैं समाधिमरण को प्राप्त करूँ। संक्षिप्त कृतित्व एवं व्यक्तित्व परिवार - नाम प्रोफेसर (डॉ०) सुदर्शन लाल जैन जन्मतिथि 01-04-1944 जन्म स्थान ननिहाल, मञ्जला ग्राम (जिला सागर) माता का नाम स्व0 श्रीमती सरस्वती देवी जैन पिता का नाम स्व० श्री मास्टर सिद्धेलाल जैन 'बडकुल' पत्नी का नाम श्रीमती डॉ0 मनोरमा जैन, जैनदर्शनाचार्य (लब्ध स्वर्णपदक), पी-एच0डी0 पुत्र एवं बहुएँ - 1. संदीप कुमार जैन एमटेक (कम्प्यूटर साइंस), पीएच0डी0 (U.S.A), ग्रूप डायरेक्टर, सिस्को, अमेरिका 2. संजय कुमार जैन एम०एस०सी० (कम्प्यूटर साइंस, बी0एच0यू0) ग्रूप लीडर, सिस्को, अमेरिका 3. अभिषेक कुमार जैन एम0बी0ए0 (बी0 एच0यू0), ग्रूप मेनेजर, इन्स्योरेन्स, महेन्द्रा एण्ड महेन्द्रा ,मुम्बई 4. श्रीमती अर्चना (सोशल तथा धार्मिक), डा0 आरती (बालचिकित्सक) और नीलू (एमबीए) पुत्री एवं दामाद - 1. डा0 श्रीमती मनीषा जैन एम0बी0बी0एस0 (गायनिक मुम्बई),डी0जी0ओ0, डीएनबी (गायनिक), असिस्टेंड प्रोफेसर, विदिशा। 2. प्रो0 डा0 अजय जैन एमसीएच पीड्रियटिक सर्जन पीपुल्स डीम्ड विश्वविद्यालय भोपाल बहिनें - 1. स्व0 श्रीमती त्रिशला देवी जैन (खमरिया), 2. श्रीमती शान्ति देवी जैन (रहली), 3. स्व० श्रीमती ललिता देवी जैन (पाटन) पौत्रियाँ पांच - अर्चिता (पोस्ट ग्रेजुएसन, बेस्टन), संजिता (ग्रेजुएसन, केलिफोनिया), स्वस्ति (नवमी में), संस्कृति (सातवीं में) और अनिष्का (पहली में)। नातिनें दो- अञ्जलि (नवमी में) और सृष्टि (सातवीं में) शैक्षणिक योग्यता -एम0ए0( संस्कृत),पीएच0डी0, आचार्य (जैनदर्शन, प्राकृत और साहित्य), हिन्दी साहित्यरत्न ,जैन न्यायतीर्थ, सिद्धान्तशास्त्री ,जैनबौद्धदर्शन शास्त्री शिक्षा संस्थान - दमोह, शान्तिनिकेतन कटनी, मोराजी सागर, स्याद्वाद महाविद्यालय वाराणसी, बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय वाराणसी, पार्श्वनाथ विद्यापीठ वाराणसी, संपूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी अध्यापन - वर्धमान कालेज बिजनौर( लेक्चरर 05-09-1967 से 09-08-1968), संस्कृत-पालि विभाग काशी हिन्दू विश्वविद्यालय वाराणसी (लेक्चरर 12-08-1968 से 05-02-1984, रीडर 06-02-1984 से 06-02-1992 तथा प्रोफेसर 07-02-1992 से 30-06-2006) तथा वहीं पर 01-02-2004 से 3103-2006 तक डीन (कला सङ्काय प्रमुख रहे) (5.8.1992 से 5.8.1995 तक तथा 6.8.2003 से 31.3.2006 तक दो बार संस्कृत-विभागाध्यक्ष बना)। सेवानिवृत्ति के बाद 11-03-2010 से 30-042012 तक पार्श्वनाथ विद्यापीठ वाराणसी में डायरेक्टर (शोध) रहे। कुलपति पद हेतु दो विश्वविद्यालयों 150
SR No.035323
Book TitleSiddha Saraswat
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSudarshanlal Jain
PublisherAbhinandan Granth Prakashan Samiti
Publication Year2019
Total Pages490
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size2 MB
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