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________________ में बैठा दिया गया और उनके शिशुओं को उनसे इतनी दूर रखा गया कि न तो वे अपने शिशुओं को देख ही पायें और न उनके रोने की आवाज ही सुन पायें / डॉक्टरों को परीक्षण के लिए उन शिशुओं के शरीरों से कुछ रक्त निकालना था और ऐसा करने से शिशुओं को कष्ट होता था और वे रोते भी थे / इस प्रयोग में यह देखा गया कि जिस शिशु का रक्त निकाला जाता, वह बालक रोता था उसी समय उस शिशु की माता को अपने आप ही परेशानी व बेचैनी होने लगती थी / भविष्य वाणियाँ कुछ व्यक्ति भविष्य वाणियाँ भी करते हैं जो आश्चर्यजनक रूप से सच निकलती हैं। दिल्ली के संत बाबा चरनदास ने बादशाह मुहम्मदशाह को छह महीने पहले बतला दिया था, "अरे बादशाह, पश्चिम से एक भयंकर तूफान तेरी तरफ आ रहा है जो अपने साथ प्रलय का संदेश ला रहा है | तेरी दिल्ली में हजारों रुण्ड-मुण्ड धरती पर बिखरेंगे / तेरा जीवन तो बचेगा पर वैभव नहीं / ' और सचमुच ही छह महीने बाद नादिरशाह की सेना ने दिल्ली का वही हाल किया जैसा कि संत बाबा चरनदास ने बतलाया था | * कुछ व्यक्ति किसी व्यक्ति के हाथों की लकीरों को देखकर उस व्यक्ति के सम्बन्ध में भविष्यवाणी करते हैं / कभी-कभी तो ये भविष्यवाणियाँ शत-प्रति-शत ठीक निकलती हैं | हस्त रेखा विज्ञान पर सैकड़ों पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं | हमारा तो यह विश्वास है कि हस्त रेखाओं को देखकर भविष्यवाणी करना एक सच्चा विज्ञान हैं। कुछ व्यक्ति विभिन्न अंगों जैसे आँखें, पलकें, नाक, होंठ, माथा, ठोड़ी, अंगुलियों आदि की आकृतियाँ देखकर उस व्यक्ति के चाल-चलन व स्वभाव के सम्बन्ध में बतलाते हैं / व्यक्ति की चाल-ढाल व खाने-पीने के ढंग को देखकर भी उसके स्वभाव व चालचलन का आभास मिल जाता है | कुछ व्यक्ति किसी व्यक्ति की हस्तरेखा को देखकर ही उस व्यक्ति के सम्बन्ध में भविष्यवाणी कर देते हैं / (दिल्ली से प्रकाशित...पुस्तक में से) कर्मग्रंथ (भाग-1)
SR No.035320
Book TitleKarmgranth Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVijayratnasensuri
PublisherDivya Sandesh Prakashan
Publication Year2019
Total Pages224
LanguageGujarati
ClassificationBook_Gujarati
File Size39 MB
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