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________________ गया और वे उस स्थान से दूर चले गये तथा अन्य प्राणियों को भी इस तथ्य का आभास कराने का प्रयत्न करने लगे | किसी जंगल में आकाशीय बिजली द्वारा आग लगने से पहले ही बंदर वह स्थान छोड़कर जाने लगते हैं / ___7) बहुत से ऐसे पक्षी होते हैं जो अपनी मातृभूमि में बर्फ पड़ने से पहले ही हजारों मील उड़कर अन्यान्य सुरक्षित स्थानों में चले जाते हैं और मौसम अनुकूल होने तक फिर अपने देश में वापिस पहुँच जाते हैं / 8) जब किसी स्थान पर भूचाल आने वाला होता है तो कुछ पशुपक्षियों को इसका आभास पहले से ही हो जाता है, वे असामान्य व्यवहार करने लगते हैं और उस स्थान से दूर भाग जाने का प्रयत्न करने लगते हैं | 9) सरकस के पशुओं के प्रसिद्ध रूसी प्रशिक्षक श्री ब्लादिमिर दुरोव अपने पशुओं से मूक वार्तालाप करते थे। वे अपने पशुओं का सिर अपने हाथों के बीच थाम लेते थे, फिर जो भी कार्य अपने पशुओं से लेना चाहते थे उस क्रिया का मानचित्र अपने दिमाग में बनाते जाते थे / पूरा मानचित्र बन जाने पर वे पशुओं को छोड़ देते थे और वह पशु बिल्कुल उसी प्रकार वह कार्य सम्पन्न करता था / वैज्ञानिकों ने इस तथ्य की कई बार परीक्षा की और उसे बिल्कुल ठीक पाया / ___10) आस्ट्रेलिया के विश्व-विख्यात पक्षी- के वैज्ञानिक डा. सूर्वेल ग्रेगरी ने अनेक वर्षों के अध्ययन के पश्चात् बतलाया है कि कुछ पक्षी भी महाजनों के समान लेन-देन करते हैं / वे अन्य पक्षियों को अन्न के दाने, कीड़े आदि कर्ज देते हैं और फिर किश्तों में या एक मुश्त में ही अपना कर्ज वसूल करते हैं | प्रसिद्ध पक्षी-विशेषज्ञ डा. सलीम अली ने भी इस तथ्य की पुष्टि की है / 11) एक नर-तितली अपनी मादा-तितली की गंध एक मील दूर से ही पा जाती है। 12) कुत्ते की सूंघने की शक्ति इतनी तीव्र होती है कि वह किसी मार्ग से बारह घन्टे पहले गुजरे हुए व्यक्ति को भी सूंघ-सूंघ कर ढूंढ निकालता है। कुत्तों की इसी शक्ति का उपयोग पुलिस भी करती रहती है। 13) चमगादड़ जब घने अन्धकार में उड़ता है तो अपने मार्ग में आनेवाली तनिक-सी बाधा को भी दूर से ही जान जाता है और उससे बचकर कर्मग्रंथ (भाग-1) 22
SR No.035320
Book TitleKarmgranth Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVijayratnasensuri
PublisherDivya Sandesh Prakashan
Publication Year2019
Total Pages224
LanguageGujarati
ClassificationBook_Gujarati
File Size39 MB
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