________________
000 सहर्ष भेट श्रीमान् सानुरोध निवेदन है कि 'शेष विद्या प्रकाश' को आदि से अन्त तक पढ़ कर अपना लिखित अभिप्राय हम तक पहुँचाने की कृपा करें ।।
निवेदकशेषमल सत्तावत विद्या वाड़ी,
गनी (गज.)
Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat
www.umaragyanbhandar.com