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________________ संख्या १] सामयिक साहित्य सहसा यह भी समाचार प्राप्त हुअा कि श्रीमती सिम्प- सम्राट के प्रति हमारी सहानुभूति सन ने अपने पति कैप्टन अर्नेस्ट सिम्पसन को तलाक देने की दरखास्त कोर्ट में दे दी है। इस बीच में सम्राट के सिंहासन के त्याग पर उनके महान अदालत में उसकी सुनवाई हुई । वहाँ से उन्हें मिस्टर व्यक्तित्व की कुछ विलायती पत्रों को छोड़कर शेष सिम्पसन के ऊपर नीसी' की डिग्री मिली। ६ महीने के समस्त संसार के पत्रों ने प्रशंसा की है। हमारे देश बाद २७ अप्रैल १९३७ को उसका वक्त पूरा हो जायगा के पत्रों ने तो उनके प्रति और भी अधिक श्रद्धा और श्रीमती सिम्पसन पुनः विवाह करने के लिए कानूनन और सहानुभूति का परिचय दिया है, क्योंकि वे एक स्वतन्त्र हो जायेंगी। ऐसे सम्राट् थे जो ग़रीबों और दलितों के प्रति अपना सक्रिय अनुराग व्यक्त करने में कभी नहीं चूकते थे और कुछ पत्रों की तो यहाँ तक सम्मति है कि उनके राज्य-त्याग का उनका यह स्वभाव भी एक कारण है। यहाँ हम 'आज' के अग्रलेख का कुछ अंश उद्धृत करते हैं। इस घटना से हम भारतीयों के हृदय सम्राट् की ओर अनायास किस प्रकार खिंच गये हैं, यह इससे भले प्रकार स्पष्ट हो जायगा। साम्राज्य के लिए अपने प्रियतम की हत्या करनेवाले बहुत हो गये और होंगे, पर ऐसे पुरुष बिरले ही होते हैं जो प्रिय के लिए पृथ्वी के सबसे बड़े साम्राज्य के सम्राट होने का मोह त्याग दें। अष्टम एडवर्ड ने यही किया है और यह कहकर हृदयवान् पुरुषों के हृदय में अपने लिए सदा के लिए स्थान कर लिया है। जिस महिला से श्रापका प्रेम हुआ वह आपके [श्री अर्नेस्ट सिम्पसन, जिनकी पत्नी ने उन्हें योग्य है अथवा नहीं, यह प्रश्न ही बिलकुल दूसरा है। हमारे सामने तो यह सत्य है कि एक महिला से आपका हाल में तलाक़ दिया है। प्रेम हो, पर साम्राज्य के शासकों ने आपको सिंहासन पर लोगों के लिए यह प्रश्न भी कम महत्त्व का नहीं है रहते हुए उससे विवाह नहीं करने दिया और अपने साम्राज्य कि एक साधारण स्त्री के लिए महाराज ने अपनी राजगद्दी के लिए उसका त्याग न करके उसके लिए साम्राज्य का क्यों छोड़ दी ? लेकिन इधर के समाचारों से विदित होता त्याग कर दिया। यह महत्ता-हृदय की यह दृढ़ता-और है कि महाराज केवल श्रीमती सिम्पसन के सौन्दर्य पर ही बुद्धि की विशालता मानव-समाज को भूषित करनेवाली आकर्षित नहीं हुए हैं, बल्कि श्रीमती सिम्पसन के कितने है। ब्रिटिश सहासन का त्याग करते समय अाज हम उस ऐसे त्यागपूर्ण और प्रभावशाली कार्य हुए हैं, जिनका महान् पुरुष को अपनी श्रद्धांजलि अर्पण करते हैं। एक महाराज के ऊपर एकान्त रूप से प्रभाव पड़ा है। प्रकृत पुरुष के प्रति मानव-समाज की यह श्रद्धा है-इससे ____ कहा जाता है कि मिसेज़ सिम्पसन बड़ी सुन्दर, राज्य का कुछ भी सम्बन्ध नहीं। लावण्यमयी, आकर्षक तथा तीक्ष्ण विनोद-बुद्धिवाली हैं। अष्टम एडवर्ड का राजनैतिक जीवन आज समाप्त हो और सबसे बड़ा गुण आपमें यह है कि आप वाक्चातुर्य गया । इस अवसर पर यह कहना हम अपना कर्तव्य समझते में बड़ी प्रवीण हैं। हैं कि ब्रिटिश राजवंश में इधर ऐसा श्रीमान् और लोकहितैषी पुरुष दूसरा नहीं हुआ था। उस राजवंश के पुरुषों Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara. Surat www.umaragyanbhandar.com
SR No.035249
Book TitleSaraswati 1937 01 to 06
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDevidutta Shukla, Shreenath Sinh
PublisherIndian Press Limited
Publication Year1937
Total Pages640
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size3 MB
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