SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 68
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ सरस्वती... [भाग ३८ समय सम्राट को मैंने चेतावनी भी दी कि ब्रिटिश साम्राज्य उनका संक्षिप्त परिचय यहाँ हम 'हिन्दुस्तान' से के इतिहास में 'ताज' का अाज जितना महत्त्व है, उतना देते हैंपहले कभी नहीं था। मैंने सम्राट को सावधान करते हुए सम्राट एडवर्ड (अष्टम) की वैवाहिक घटना ब्रिटिश कहा कि 'राजमुकुट' अाज साम्राज्य की एकता और अक्षु- इतिहास में सदा अमर रहेगी। एणता की ही गारण्टी नहीं करता, बल्कि देश की एकता आप कोई बहुत बड़े राजनीतिज्ञ नहीं थे। श्राप एक और अक्षण्णता की भी गारण्टी करता है और देश का सच्चे और साफ़दिल राजा थे । आपने हमेशा अपनी प्रजा उन बहुत-सी बुराइयों से बचाता है जिनका अन्य यूरो- के जीवन को तह में जाने की कोशिश की और उसकी पियन देश शिकार हो रहे हैं। सम्राट की पत्रों में इस वास्तविक हालत को जाना। अपने इसी गुण के कारण प्रकार अालोचना प्रकाशित होने से 'ताज' को यह शक्ति आप इतने थोड़े समय में ही प्रजा के प्यारे बन गये और क्षीण होती है और साम्राज्य को इससे धक्का लगता है। आपने दुनिया के सामने बादशाहत का नया आदर्श इसके बाद मैं सम्राट से इस सम्बन्ध में १६ नवम्बर उपस्थित किया। ... को मिला। इसी रोज़ मिसेज़ सिम्पसन की डिक्री घोषित आपका पूरा नाम एडवर्ड अल्बर्ट क्रिश्चियन जार्ज की गई। सम्राट ने इस अवसर पर मिसेज़ सिम्पसन से एण्ड्रपेट्रिक डेविड है। श्राप अाज से १. माह पूर्व गत विवाह करने की इच्छा प्रदर्शित की और कहा कि इस जनवरी में स्वर्गीय जार्ज (पंचम) के देहावसान पर इंग्लैंड विषय में बहुत पहले से वे मुझसे बातचीत करनेवाले थे। के राजा तथा भारत एवं अधीनस्थ उपनिवेशों के सम्राट २५ नवम्बर को जब मैं सम्राट से मिला तब उन्होंने घोषित किये गये थे। आपका जन्म २३ जून १८९४ में पूछा कि क्या पार्लियामेंट ऐसा कानून बना सकेगी जिससे हुआ था। इस समय आपकी उम्र ४३ साल की है। मिसेज़ सिम्पसन मेरी पत्नी तो हो सके, मगर रानी न बनोस्वोर्न और डार्टमाउथ के शाही नाविक कालेजों सके। में नियमित शिक्षा प्राप्त करने के बाद १९१३ में आप २ दिसम्बर को मैंने सम्राट को सूचित किया कि यह प्रोक्सफ़ोर्ड के मैगडेलन कालेज में प्रविष्ट हुए । १९१४ अव्यावहारिक है। राजा ने कहा कि वे इस जवाब से से १९१८ तक आपने महायुद्ध में भिन्न-भिन्न फ़ौजों के चकित नहीं हुए हैं। कार्यों में भाग लिया। सम्राट निम्न तीन बातें चाहते थे-- महायुद्ध के बाद आपने कैनेडा, भारत, जापान, वे प्रतिष्ठा के साथ गद्दी से अलग हो । ऐसी स्थिति आस्ट्रेलिया और अफ्रीका का भ्रमण किया। १९३० में में राज्यत्याग करें, जिससे कम से कम मन्त्रि-मण्डल और आप दक्षिणी अमेरिका गये। वहाँ आपने ब्योनेसएयर्स जनता अशान्ति और गड़बड़ का अनुभव न करे । यथा- की प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। . सम्भव वे ऐसी स्थिति में विदा हों, जिससे उनके भाई को १९१० में आप कारनारवोन में प्रिंस अाफ़ वेल्स सिंहासनासीन होने में कम से कम कठिनाई हो। बनाये गये। एक वर्ष बाद आप गार्टर की उपाधि से ___ मैं सभा को बताना चाहता हूँ कि सम्राट के लिए विभूषित किये गये तथा दूसरे वर्ष पश्चात् श्राप ड्यूक 'राजा की पार्टी यह विचार तक एक घृणोत्पादक था। अाफ़ कार्नवाल के रूप में हाउस अाफ़ लार्ड्स में बैठे । . सम्राट का अन्तिम उत्तर ९ को प्राप्त हुअा । सम्राट से प्रिंस श्राफ वेल्स तथा राजा के रूप में आपने हर एक पुनः विचार करने के लिए प्रार्थना की गई । मगर उन्होंने तरह की राष्ट्रीय प्रगति में बहुत दिलचस्पी दिखलाई । कृषि सखेद सूचित किया, उनका निर्णय अपरिवर्तनीय है। का आपका विशेष शौक था। इसी लिए आपने सौथम्पटन में एक खेत तथा कैनेडा में एक चरागाह भी रख छोड़ा है। सम्राट् एडवर्ड का संक्षिप्त परिचय राजा के रूप में आपने देश के भिन्न-भिन्न स्थानों .. इस अवसर पर पाठक सम्राट एडवर्ड का परि- का दौरा किया और वहाँ के कार्यों में वैयक्तिक दिलचस्पी चय स्वभावतः जानने के लिए उत्सुक होंगे। इसलिए दिखाई । जनता को प्रोत्साहित किया। गरीबों का आपको Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com
SR No.035249
Book TitleSaraswati 1937 01 to 06
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDevidutta Shukla, Shreenath Sinh
PublisherIndian Press Limited
Publication Year1937
Total Pages640
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size3 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy