SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 65
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ सामयिक साहित्य सम्राट अष्टम एडवट का सिंहासन-त्याग करना ही उचित समझा। वे सम्राट भले ही न रहे, सम्राट अएम एडवड और मिसेज सिम्पसन की इस महान कार्य से उन्होंने अपने महान त्याग का प्रेम-कहानी मानव-जाति के इतिहास में अमर रहेगी। परिचय दिया है और उनकी लोकप्रियता और भी मिमंज़ सिम्पमन एक वयस्क अमरीकन महिला हैं बढ़ गई है। राजत्याग करते समय उन्होंने जो मर्म और वे दो पतियों को तलाक दे चुकी हैं। ऐमी म्पर्शी घोपणा की है उसे हम यहाँ उदधृत करते हैंमहिला को अगरेज़-जाति ने अपनी रानी बनाना "लव गहरे और लम्बे मोच-विचार के बाद मैंने उम म्वीकार नहीं किया और सम्राट एडवर्ड में उनके गजगदी का छोड़ने का निश्चय किया है जिसका मैं अपने मंत्रियों ने कहा कि एमा विवाह व राजमिहामन का पिता की मृत्यु के पश्चात् उत्तराधिकारी बना था। और परित्याग करके ही कर सकते हैं। इसलिए एक साधा- अब मैं अपने दम अनिम व अटल निर्णय की सूचना देता ग्गा स्त्री के प्रति अपने कतव्य का पालन करने के हूँ। मुझे इस कदम की गम्भीरता का अनुभव हो रहा है. निए सम्राट अष्टम गडबड न सिंहासन का परित्याग परन्तु मैं केवल यह अाशा कर सकता हूं कि जो मैंने किया सम्राट एडवर्ड श्रीमती सिम्पसन के साथ थियेटर देख रहे हैं। Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com
SR No.035249
Book TitleSaraswati 1937 01 to 06
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDevidutta Shukla, Shreenath Sinh
PublisherIndian Press Limited
Publication Year1937
Total Pages640
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size3 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy