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________________ संख्या ३] सामयिक साहित्य ३०३ . प्रकाशित कराई है । नीचे हम उसका सारांश भारत का युद्ध अथवा राजनैतिक चाल के द्वारा भङ्ग करेंगे और से उद्धृत करते हैं इस बात की चेष्टा करेंगे कि ब्रिटेन संसार का शक्तिशाली ___ सर्वप्रथम उन्होंने इँगलेंड के नये सम्राट के राज्या- राष्ट्र न रह जाय। प्रत्येक मास के साथ इस युद्ध का भिषेकोत्सव का उल्लेख किया है। यह उत्सव १२ मई खतरा बढ़ता ही जायगा। स्पेन के गृह-युद्ध के सम्बन्ध में को मनाया जायगा। उस दिन अच्छी धूम नहीं होगी। भूमध्यसागर में ख़तरनाक स्थिति उत्पन्न हो जायगी। अगर थोड़ी सी जलवृष्टि होगी। अगर नये सम्राट् छठे जार्ज अबीसीनिया-युद्ध की प्रारम्भिक अवस्था में इटली ब्रिटेन का अभिषेकोत्सव निर्दिष्ट दिन को ही मनाया जायगा तो के साथ युद्ध छेड़ देता तो फिर ऐसे महायुद्ध का श्रीगणेश यह निश्चय है कि कुछ अप्रत्याशित घटनायें घटित होंगी। हो जाता जो ६ से ८ वर्ष तक जारी रहता। सारे संसार जुलूस की व्यवस्था के विरुद्ध जनता असंतोष प्रकट करेगी। के सामने एक सङ्कट-पूर्ण स्थिति उत्पन्न हो जाती। उस अवसर पर विराट जन-समूह की शारीरिक रक्षा का यह विश्वव्यापी सङ्कट-स्थिति अब फिर किसी दूसरे रूप प्रबन्ध करना कठिन प्रमाणित होगा। ये घटनायें निर्दिष्ट में उपस्थित होगी। किन्तु इसमें सन्देह है कि आगामी १२ समय के कुछ पूर्व और कुछ बाद घटित होंगी। महीनों के बीच ब्रिटेन किसी बड़े राष्ट्र के साथ युद्ध करेगा। ___ यह भविष्यवाणी निश्चयात्मक रूप से की गई है कि इंग्लेंड की शिक्षा प्रणाली में महान् परिवर्तन होगा। १९३७ में कोई महायुद्ध नहीं होगा। हाँ, छोटे-मोटे परीक्षा की प्रणाली पूर्णतया बदल दी जायगी। ब्रिटेन के युद्ध अनिवार्य हैं। उदाहरणार्थ जापान पूर्व में छोटी- स्वास्थ्य के सम्बन्ध में जटिल समस्यायें उत्पन्न हो जायँगी। मोटी लड़ाइयाँ छेड़ेगा। ब्रिटेन को भी जहाँ-तहाँ अपनी बहुत-से व्यक्ति मरेंगे। अाधुनिक चिकित्सा-प्रणाली विफल उच्छंखल प्रजा का दमन करना होगा । छोटे-छोटे राष्ट्र सिद्ध होगी। सार्वजनिक स्वास्थ्य की दृष्टि से १९३७ के भी आपस में झगड़ा करेंगे। १९३७ में सबसे अधिक सबसे अधिक ख़तरनाक महीने मार्च, जून, सितम्बर, खतरा भूमध्यसागर में और विशेष कर स्पेन-प्रायद्वीप में नवम्बर और दिसम्बर होंगे। वहाँ एक विचित्र प्रकार का होगा। स्पेन की लड़ाई अपूर्व भीषणता के साथ साल के प्लेग फैलेगा। लन्दन तथा पश्चिम के समुद्र-तटवर्ती कुछ अधिकांश समय तक जारी रहेगी। इससे भी अधिक नगरों में उसका भीषण प्रकोप होगा। यह भविष्यवाणी खराब बात यह होगी कि मुसोलिनी उस युद्ध में भाग लेने जोरदार शब्दों में की गई है कि ब्रिटेन में रक्त-हीन क्रान्ति के लिए प्रलोभित होंगे। उन्हें और भी विजय प्राप्त होगी, होगी। १९३७ के वर्ष की सबसे प्रधान विशेषता यह किन्तु अन्त में ब्रिटेन और जमनी 'दोनों उनकी आशाओं होगी कि पहले ब्रिटेन में और फिर सम्पूर्ण ब्रिटिश साम्राज्य और स्वप्नों पर पानी फेर देंगे। में कानाफूसी का अान्दोलन होगा। अागामी दो या तीन ___जर्मनी और इटली के बीच सन्धि का होना असम्भव साल में तरह-तरह की अफवाहें फैल जायँगी और लोग है । इस आशय का यदि कोई समाचार अख़बारों में सशङ्कित हो जायँगे । सम्पूर्ण जनता विद्रोह कर उठेगी। प्रकाशित हो तो उस पर विश्वास नहीं करना चाहिए। काना-फूसी करनेवाले सत्यनिष्ठ राजनीतिज्ञों पर आक्रमण ग्रहों की स्थिति से यह प्रकट होता है कि उनमें संधि नहीं करेंगे और उन्हें नष्ट करने का प्रयत्न करेंगे। होगी। हाँ, कुछ समय तक और किसी ख़ास बात के लिए फ्रांस में संसार के दृष्टि-कोण से सबसे महत्वपूर्ण उनमें मेल भले ही हो जाय, किन्तु राजनैतिक क्षेत्र में इन बात यह होगी कि उसके अन्दर बोल्शेविम का राज हो दोनों राष्ट्रों का स्थायी मित्र बना रहना सम्भव नहीं होगा। जायगा। किन्तु वह स्थायी नहीं होगा। फ्रांस के लिए उनके ग्रह एक-दूसरे के बिलकुल विपरीत हैं। सबसे अधिक ख़तरनाक समय जनवरी, फ़रवरी, मार्च का ___ मुसोलिनी धीरे-धीरे ब्रिटिश साम्राज्य को छिन्न-भिन्न अन्तिम भाग होगा । जून, जूलाई और अगस्त के महीने भी करने का प्रयत्न करेंगे। वे सम्भवतः उनके एक-एक अङ्ग खतरनाक होंगे। Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com
SR No.035249
Book TitleSaraswati 1937 01 to 06
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDevidutta Shukla, Shreenath Sinh
PublisherIndian Press Limited
Publication Year1937
Total Pages640
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size3 MB
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